मध्यप्रदेश

CG – साधना से धन में बरकत होती है, बीमारियों में राहत मिलती है और कर्मों को काटने में मदद मिलती है – बाबा उमाकान्त महाराज

साधना से धन में बरकत होती है, बीमारियों में राहत मिलती है और कर्मों को काटने में मदद मिलती है – बाबा उमाकान्त महाराज

दुनिया की चीजें ना तो यहां और ना ही मृत्यु के बाद काम आने वाली हैं

इंदौर। बाबा उमाकान्त महाराज ने 17 जून 2025 को सतसंग में कहा कि आज इंदौर आश्रम में अपने लोगों को गुरु महाराज की दया से ध्यान-भजन करने का अवसर मिला। यह अवसर, यह मौका जो जीवन में मिलता है, इसमें अपना अहोभाग्य समझना चाहिए। क्योंकि इस शरीर का कोई भरोसा नहीं है; कब यह शरीर छोड़ देना पड़े, कब आंख बंद हो जाए और दुनिया की जो यह चीजें जो इन आंखों से दिखाई पड़ती है, वह दिखाई पड़ना बंद हो जाएं, बोली बंद हो जाए, हाथ का हिलना-डुलना बंद हो जाए और लोग यह कहने लग जाएं कि यह मर गए, इनको ले जाओ, जलाओ, जमीन के अंदर गाड़ दो। तो उसका कोई भरोसा नहीं है। जैसे कांच होता है, गिरा और टूट गया। तो जब आंख बंद हो जाएगी, हिलना डुलना बंद हो जाएगा तब आप कुछ कर पाओगे? कुछ नहीं कर पाओगे।

भजन ही असली चीज है, बाकी सब नकली चीजें हैं

कब किसका समय पूरा हो जाए; इसीलिए ऐसा काम करो कि दुखों से भी आपको छुटकारा मिल जाए और दुबारा फिर यह जन्मने-मरने, रोने, दुख-तकलीफ झेलने के लिए फिर इस मृत्यु लोक में ना आना पड़े। अब आप कहोगे कि वह काम क्या है? वह काम है; सुमिरन-ध्यान-भजन (साधना)। इसको अपने लोग और ज्यादातर महात्मा भजन कहते रहे। भजन ही असली चीज है बाकी सब नकली चीजें हैं। यह कोई भी काम आने वाली नहीं हैं। यह चीजें यहां भी काम नहीं आती हैं; जैसे अगर बहुत धन हैं, बहुत खाने-पहनने की सुविधा है लेकिन अगर बीमारी आ गई तो कोई खा पाएगा? नहीं, क्योंकि परहेज नहीं करोगे तो बीमारी नहीं जाएगी। बीमार हो और आप कहो हम कोई बढ़िया चीज खा लें, हलवा-पुरी खाएं, तो खा पाओगे? नहीं खा पाओगे। इसीलिए यह चीजें यहां भी काम नहीं आती हैं और जब मृत्यु हो जाती है तो वहां भी काम नहीं आती हैं।

यह भजन, सोने से भी कीमती चीज है

कहा गया
“यही भजन तेरे संग चलेगा, पावेगा आराम”
यह भजन हमेशा साथी होता है। यहां भी साथ देता है; धन में बरकत देता है, बीमारियों में राहत दिलाता है, कर्मों के काटने में, गृहस्थी में जो एक-दूसरे का लेना-देना होता है, उसमें भी मदद करता है। यह ठोस चीज है, कीमती चीज है। जैसे कागज का रुपया होता है, उसकी कीमत सब जगह नहीं होती है और सोने के सिक्के की कीमत सब जगह होती है। तो यह भजन, सोने से भी कीमती चीज है, यह मुख्य चीज है; इसको करना है।

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