CG – चोर चुस्त पुलिस सुस्त सुरक्षा भगवान भरोसे चोरी की वारदातों से सहमे लोग पुलिस की रात्रि गश्त पर उठ रहें गंभीर सवाल पढ़े पूरी ख़बर
कोरबा//पाली के स्थानीय पुलिस की निष्क्रियता के चलते चोरों के हौसले बुलंद है। जिसके चलते नगर में एक के बाद एक चोरी की घटना बढ़ गई है। जिसे अंजाम देने के बाद चोर आसानी से निकल जा रहे है,लेकिन पुलिस सुस्त बनी हुई है और आरोपियों की धरपकड़ तो दूर उनका सुराग तक नही लगा पा रही है। नगर में पूर्व में हुई चोरियों की घटना में एक भी मामले से पुलिस पर्दा उठाने में नाकाम रही है,वहीं हाल में पुनःशुरू हुई चोरी की वारदात से लोगो मे डर और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। अज्ञात चोरों ने बीते एक सप्ताह के भीतर 4 चोरी की घटना को अंजाम दिया है। जिसमे हाल ही में चर्च कैंपस के आवासीय कक्ष में निवासरत पास्टर अपने पारिवारिक कारणों से बिलासपुर गया था, वापस लौटने पर देखा कि आवास का ताला टूटा हुआ है और अंदर रखा घरेलू सामान सहित नगदी लेकर चोर फुर्र हो गए है। जिसकी शिकायत पास्टर ने थाने में दर्ज कराई है। इस घटना के पूर्व नगर के भीतर मुख्यमार्ग किनारे, हायर सेकेंडरी स्कूल के सामने स्थित एक मोबाइल दुकान को चोरों ने निशाना बनाया व शटर तोड़कर मोबाइल, एसेसरीज एवं नगद ले उड़े। इसके एक दिन पूर्व ही कुछ दूर स्थित एक किराना दुकान का ताला तोड़कर नगद, गुटखा आदि साफ कर दिए। शांति नगर निवासी बिजु सिंह के मकान में भी चोरों ने धावा बोल दिया। इसे लेकर स्थानीय निवासी अपनी संपत्ति की सुरक्षा को लेकर चिंतित है और उनमें दहशत का माहौल है। नगर में चोरी की घटनाओं में वृद्धि एक गंभीर चिंता का विषय है तथा इसे लेकर पुलिस की सुस्ती को कारण बताया जा रहा है। लोगों का कहना है कि चोर बहुत निडर और सक्रिय है, जिनमे पुलिस का कोई भय नही रह गया है और जो चोरी की घटना को अंजाम देकर आराम से निकल जा रहे है, जबकि पुलिस इस वारदात को रोकने सुस्त दिखाई दे रही है। साथ ही लोगो ने पुलिस की गश्ती पर भी सवाल उठाए है। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि पाली पुलिस रात्रि गश्ती नही करती और निष्क्रिय बनी हुई है। जिसके परिणामस्वरूप चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय है। वहीं चोरी की घटनाओं को रोकने एवं अपराधियों को पकड़ने मामले में भी पुलिस प्रभावी कार्रवाई नही कर रही है, जिससे चोरों के हौसले बुलंद है। हालात यह निर्मित हो गया है कि चोरी के डर से किराएदार व घर के लोग अपने घर को बंद कर किसी सामाजिक कार्यक्रम,रिश्तेदारों से मिलने अथवा अन्य काम से बाहर जाने से कतराने लगे है। क्योंकि पुलिस क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में सफल नही हो पा रही है तथा चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद चोरों तक पहुँचने में भी फिसड्डी साबित हो रही है।