सारंगढ़-बिलाईगढ़। जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक बहू ने अपने ससुर को दूध में चूहा मारने की दवा मिलाकर जहर दे दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम सोनाडुला निवासी मीना साहू (40), जो अपने पति गौरीशंकर साहू के साथ दिल्ली में रहती थी, को यह शिकायत थी कि उसके ससुर प्रेमलाल साहू (70) और उसके पति गौरीशंकर को गांव वापस गांव सोनाडुला नहीं बुला रहे हैं। इसके अलावा, मीना को यह भी आपत्ति थी कि उसके ससुर ने अपनी शादीशुदा बेटी को अपने घर में रखा हुआ था।
इन विवादों के चलते, मीना और उसके ससुर के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे। इस रंजिश के चलते, मीना साहू ने जान से मारने की नीयत से अपने ससुर प्रेमलाल को दूध में चूहा मारने की दवा मिलाकर पिला दी। दूध में मिलाई गई दवा ने प्रेमलाल की तबीयत बिगाड़ दी, और वह गंभीर रूप से बीमार हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत और बिगड़ गई। प्रेमलाल साहू को रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। मृतक ने अपनी मौत से पहले दिए गए बयान में कहा कि उनकी बहू मीना ने ही दूध में जहर मिलाकर उन्हें पिलाया था। इस बयान के आधार पर मृतक के परिजनों ने भी आरोप लगाया कि मीना ही उनकी हत्या की जिम्मेदार है।
घटना की गंभीरता को समझते हुए, पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा ने मामले की शीघ्र जांच के निर्देश दिए। थाना प्रभारी प्रमोद यादव, अति. पुलिस अधीक्षक श्रीमती निमिषा पाण्डेय और एसडीओपी विजय ठाकुर के मार्गदर्शन में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मीना साहू के खिलाफ थाना बिलाईगढ़ में धारा 103 (1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस को पूछताछ के दौरान मीना ने अपने ससुर को दूध में जहर मिलाकर देने की बात स्वीकार की। उसने बताया कि उसकी ससुराल में चल रही तकरार और घर के अन्य विवादों के चलते उसने यह कदम उठाया था। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। इस मामले में थाना प्रभारी प्रमोद यादव, एएसआई प्रकाश रजक, एचसी भंवर काटले, निशांत दुबे, आरक्षक शंकर, कमल और महिला आरक्षक प्रीति खड़िया सहित पूरी टीम ने तत्परता से कार्रवाई की। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से मामला सुलझा लिया गया और आरोपी को कानून के हवाले कर दिया गया।