Chaitra Navratri 2025: मां शैलपुत्री और दंतेश्वरी मंदिर में भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था,डोंगरगढ़ में इतनी ट्रेनें रुकेंगी…
Chaitra Navratri 2025: आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गई, जिनकी आराधना से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

Chaitra Navratri 2025: आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गई, जिनकी आराधना से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मंदिरों में श्रद्धालुओं (Chaitra Navratri 2025) का सैलाब उमड़ पड़ा, जहां जय माता दी के जयकारों से वातावरण आध्यात्मिक उल्लास से भर गया। फूलों से सजे मंदिरों में भक्ति और श्रद्धा का अनूठा संगम देखने को मिला।
इसी तरह प्रदेश के सभी शक्ति पीठ में भक्तों (Chaitra Navratri 2025) का सैलाव उमड़ा है। दुर्ग जिले के राजनांदगांव डोंगरगढ़ के मां बम्बलेश्वरी मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है। यहां पर भक्तों को आने जाने की सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे ने 10 ट्रेनों का स्टॉपेज बढ़ाया है। यहां आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। बस्तर का प्रसिद्ध मां दंतेश्वरी मंदिर में भी भक्तों की भीड़ उमड़ी है।
बस्तर का दंतेश्वरी मंदिर न केवल धार्मिक एकता का प्रतीक है, बल्कि यह सामाजिक (Chaitra Navratri 2025) सद्भाव की मिसाल भी पेश करता है। मां दंतेश्वरी में भारतीयों के साथ-साथ विदेशी श्रद्धालुओं की भी गहरी आस्था है। चैत्र नवरात्रि के मौके पर दीप प्रज्ज्वलित करने के लिए विदेशियों द्वारा बड़ी संख्या में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया गया है। यह मंदिर 600 साल पुराना है और भारतीय धरोहरों में शामिल है। चालुक्य राजाओं ने 14वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण करवाया था। हर साल की तरह इस बार भी चैत्र नवरात्रि की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
दीपों से जगमगाएगा मंदिर परिसर
मंदिर प्रशासन ने ज्योति कलश (Chaitra Navratri 2025) भवन में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली हैं, ताकि सदियों से चली आ रही दीप प्रज्ज्वलन की परंपरा बिना किसी बाधा के संपन्न हो सके। अब तक साढ़े 4 हजार से अधिक ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करने के लिए रसीदें कट चुकी हैं, जिनमें नेताओं और अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। ज्योति कलश की विशेष मान्यता है, इसलिए हर साल इसके लिए विशेष प्रबंध किए जाते हैं। 50 डिग्री तापमान वाले कक्ष में दीपों की निगरानी के लिए 10 से अधिक गांवों के सेवादारों को ड्यूटी पर लगाया गया है।
मां दंतेश्वरी का आकर्षण केवल बस्तरवासियों (Chaitra Navratri 2025) तक ही सीमित नहीं है, बल्कि विदेशी श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में मनोकामना दीप प्रज्ज्वलित करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। हर साल दीप प्रज्ज्वलित करवाने वालों की संख्या बढ़ रही है, जिसके मद्देनजर व्यवस्थाओं को और विस्तार दिया जा रहा है।
बस्तर दशहरा पर्व की भव्यता और मां दंतेश्वरी मंदिर में लोगों की अटूट आस्था इस क्षेत्र की विशेष पहचान है। प्रशासन की ओर से तहसीलदार व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं, ताकि उत्सव शांति और भक्ति के साथ संपन्न हो सके।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
इस बार कलश स्थापना (Kalash Sthapana) के लिए दो शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) हैं:
सुबह 6:13 बजे से 10:22 बजे तक।
दोपहर 12:01 बजे से 12:50 बजे तक
10 से अधिक ट्रेनों का डोंगरगढ़ में स्टॉपेज
छत्तीसगढ़ में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर डोंगरगढ़ (Chaitra Navratri 2025) जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेलवे ने विशेष व्यवस्था की है। इस बार हर 3 घंटे में राजनांदगांव के डोंगरगढ़ के लिए ट्रेन उपलब्ध होगी। रेलवे प्रशासन ने 10 से अधिक एक्सप्रेस ट्रेनों को डोंगरगढ़ रूट में ठहराव का निर्णय लिया है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार अधिक स्पेशल ट्रेनें (Chaitra Navratri 2025) चलाई जाएंगी, जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी। रेलवे प्रशासन के अनुसार, इस बार यात्री संख्या में वृद्धि को देखते हुए अधिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं। डोंगरगढ़ में माँ बम्लेश्वरी देवी के मंदिर में नवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु पहुँचते हैं। ऐसे में रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
किन ट्रेनों का होगा डोंगरगढ़ में ठहराव?
बिलासपुर-भगत की कोठी एक्सप्रेस
बिलासपुर-बीकानेर एक्सप्रेस
बिलासपुर-चेन्नई एक्सप्रेस
बिलासपुर-पुणे एक्सप्रेस
रायपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस