छत्तीसगढ़

CG – पंचतत्व में विलीन हुए छत्तीसगढ़ के हास्य कवि पद्मश्री डॉ. सुरेन्द दुबे, बेटे ने दी मुखाग्नि…..

रायपुर। छत्तीसगढ़ के जाने माने प्रसिद्ध हास्य कवि पद्मश्री सुरेंद्र दुबे पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। मारवाड़ी शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार हुआ। बेटे अभिषेक दुबे ने उन्हे मुखाग्नि दी।

इस मौके पर प्रख्यात कवि और दुबे के करीबी दोस्त कवि कुमार विश्वास दिल्ली से रायपुर पहुंचे और पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस दौरान उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, मंत्री राम विचार नेताम, रायपुर दक्षिण विधायक सुनील सोनी, रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह, पद्मश्री मदन चौहान, पद्मश्री अनुज शर्मा, छत्तीसगढ़ी अभिनेता व गायक सुनील तिवारी, रायपुर नगर निगम के पूर्व सभापति प्रमोद दुबे समेत आदि गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

बता दें कि, हार्टअटैक से बीते गुरुवार को उनका निधन हुआ था। एसीआई में उपचार के दौरान उनका निधन हुआ है। पद्मश्री सुरेंद्र दुबे न सिर्फ छत्तीसगढ़ के ​कवि थे बल्कि वे एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़े कवि के रूप में भी जाने जाते थे। कवि होने के साथ-साथ वे आयुर्वेदिक चिकित्सक भी थे।

सुरेंद्र दुबे का जन्म 8 जनवरी 1953 को छत्तीसगढ़ में दुर्ग के बेमेतरा में हुआ था। उन्होंने कई किताबें भी लिखी। वह कई मंचों और टेलीविजन शो पर दिखाई देते रहे हैं। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2010 में, देश के चौथे उच्चतम भारतीय नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह 2008 में काका हाथरसी हास्य रत्न पुरस्कार भी प्राप्त किए थे।

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