धमतरी कलेक्टर जनदर्शन : पुराना स्कूल हुआ बंद, बेटी को आरटीई के तहत दूसरे स्कूल में दाखिले की मांग…जनदर्शन में मिले 35 आवेदन…
धमतरी निवासी श्रीमती पूजा नाग ने आज कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा से अपनी बेटी का दाखिला आरटीई के तहत प्रयवेट स्कूल मे कराने संबंधी आवेदन लेकर जनदर्शन में पहुंचीं। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी मानवी नाग नर्सरी की कक्षा में गुरूनानक स्कूल में पढ़ रही थी। अब वह स्कूल ंबंद हो चुका है। श्रीमती पूजा नाग ने अपनी बेटी की आगे की पढ़ाई के लिए आरटीई के तहत दूसरे प्रायवेट स्कूल में दाखिला कराने की मांग कलेक्टर के सामने रखी। कलेक्टर श्री मिश्रा ने इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जनदर्शन में आज कुरूद विकासखण्ड के दर्रा में संचालित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला के शिक्षकों द्वारा शाला विकास समिति के सदस्यों और ग्रामीणों के प्रति अभद्र व्यवहार की शिकायत भी कलेक्टर से की गई है। कलेक्टर ने इस पर जांच कर जिला शिक्षा अधिकारी को तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। आज के कलेक्टर जनदर्शन में विभिन्न समस्या, शिकायत और मांग संबंधी कुल 35 आवेदन मिले।
जनदर्शन में मगरलोड तहसील के ग्राम धौराभाठा के श्री रामप्रसाद देवदास ने कलेक्टर श्री मिश्रा से मिलकर बताया कि उनका मकान अत्यंत जर्जर हो चुका है और बारिश सें मकान के टूटने का डर बना रहता है। श्री देवदास ने पक्का मकान बनाने के लिए सहायता राशि की मांग की। कलेक्टर जनदर्शन में माकरदोना ग्राम पंचायत के सरपंच और ग्राम विकास समिति के सदस्यों ने प्रधानमंत्री आवास आबंटन में गड़बड़ी को लेकर कलेक्टर के समक्ष गुहार लगाई। ग्राम विकास समिति द्वारा सरपंच के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन में उल्लेख किया गया कि किसी और व्यक्ति के नाम से स्वीकृत आवास को उसकी मृत्यु के बाद किसी अन्य व्यक्ति को दिया गया है। आवेदन में यह भी बताया गया कि गांव के निवासी सोनाबाई को आवास स्वीकृत हुआ था, जिसकी मृत्यु लगभग 3 माह पहले हो चुकी है। सोनाबाई की कोई संतान नहीं थी और उन्होंने अपने स्वयं के घर को आंगनबाड़ी बनाने के लिए लिखित रूप में माकरदोना ग्राम पंचायत को दे दिया था। आवेदन में जानकारी दी गई कि आवास प्लस सूची में नाम होने के कारण रोजगार सहायक और आवास मित्र द्वारा सोनाबाई के नाम का आवास किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया गया है और उसकी एक किश्त की राशि भी आहरित हो चुकी है। ग्रामसभा में इसका विरोध भी किया गया है, परन्तु आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्राम विकास समिति के सदस्यों ने इसकी जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग कलेक्टर से की। कलेक्टर श्री मिश्रा ने इस पूरे प्रकरण की जांच गंभीरता से करने के निर्देश जिला पंचायत की सीईओ को दिए हैं। इस प्रकरण की साप्ताहिक समीक्षा समय सीमा की बैठक में की जाएगी।