खाकी के सामने दबंगई की दोहरी तस्वीर:भाजपा नेत्री व पूर्व नगर पालिका सदस्य ने गाली देने का आरोप लगा थाना परिसर में ग्रामीण को जमकर पीटा पुलिस कठपुतली बनी बैठी रही कानून व्यवस्था पर उठे सवाल पढ़े पूरी ख़बर
कोरबा/बांकीमोंगरा//जिले के बांकीमोंगरा थाना भवन मुख्य द्वार के सामने एक भाजपा नेत्री द्वारा ग्रामीण को लात घूसों से मारपीट किये जाने का वीडियो वायरल होने के बाद कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे है। थाना परिसर में वर्दीधारी के सामने ग्रामीण को जमकर पीटा गया, लेकिन पुलिस कठपुतली बनी बैठी रही। क्या शासन सत्ता के ऐसे नेताओं को कानून अपने हाथ मे लेने की खुली छूट मिल गई है? या अपने आप को प्रभावशाली और दबंग बताने की कोशिश?
ग्राम बरेलीमुड़ा निवासी एक किसान बैल लेकर अपने घर जा रहा था। इस दौरान वह बांकीमोंगरा के रावणभांठा मैदान के पास पहुँचा था और अपने मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था। तभी मार्ग पर भाजपा नेत्री व पूर्व नगर पालिका सदस्य ज्योति महंत अपनी कार से गुजरी, लेकिन उसे ऐसा लगा कि किसान ने उसे गाली दी है। बस फिर क्या था भाजपा नेत्री अपनी कार रोकी और बैल लेकर जा रहे ग्रामीण किसान के पास जाकर मारपीट की और उसके बाद उसे कुछ युवकों द्वारा पकड़कर थाने लाया गया। यहां भी उसके साथ थाना भवन मुख्य द्वार के सामने मारा- पीटा गया। भाजपा नेत्री की मार से ग्रामीण जमीन पर गिर पड़ा तो उसे वहीं लिटा कर झापड़ व लात से और भी मारते हुए नजर आ रही है व यह भी कह रही है कि ये मर जाएगा तो भी फर्क नही पड़ता तथा अश्लील गाली का उच्चारण कर बता भी रही है। महिला नेत्री द्वारा थाना परिसर में ग्रामीण की पिटाई के दौरान कुछ युवा भी एकत्र हो गए जो उसी के पक्ष में बोलते नजर आए। थाना परिसर में हुए पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी एक शख्स ने बना लिया और वह वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में इस बात की चर्चा जोरो पर है कि क्या थाना भवन मुख्य द्वार के सामने किसी के साथ मारपीट कर अपनी दबंगई दिखाना उचित है? यदि ग्रामीण ने गलती की या जो भी घटनाक्रम हुआ, उसके संबंध में थाना में शिकायत देकर कार्रवाई करायी जा सकती थी, लेकिन भाजपा नेत्री ने स्वयं कानून अपने हाथ मे ले लिया। इस दौरान थाने में बैठी पुलिस कठपुतली बनी रही और कानून की धज्जियां उड़ा दी गई। ऐसे में पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा होना लाजिमी है कि आखिर पुलिस थाना परिसर में वर्दीधारियों के सामने मारपीट किया गया और पुलिस तमाशबीन बनी सब कुछ देखती रही। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि शासन सत्ता के नशे में चूर भाजपा नेत्री पुलिस के सामने ही मारपीट करती रही और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। पुलिसकर्मियों ने इन्हें क्यों रोकना नही चाहा? ऐसे में पुलिस कैसे अपराध को रोक पाएगी और कानून व्यवस्था कैसे बरकरार रहेगा? बहरहाल घटनाक्रम के अंत मे मारपीट से आहत ग्रामीण अपनी बात रखते वीडियो में बताया है कि उसके साथ जबरन मारपीट की गई है और थाना लाने के बाद मामला रफा दफा करने के नाम पर कुछ युवकों ने पैसे भी मांगे, जिन्हें 3- 4 हजार रुपए दिया हूं। इस पूरे मामले में भाजपा नेत्री की ओर से खबर लिखे जाने तक कोई प्रतिक्रिया सामने नही आई है।