मस्तूरी एसडीएम कों लोकेशन और जानकारी शेयर करने के बाद भी आराम से अवैध बोर खनन कर निकल जा रहें एजेंट गाड़ी नम्बर सामने कार्यवाही जीरो क्यों जानें पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर//आखिर मस्तूरी क्षेत्र में चल क्या रहा है क्यों यहां ऐसे अधिकारियों की पोस्टिंग की जाती है जो लगातार अवैध कार्य करने वालों को पनाह दे रहे हैं यह अधिकारी न सिर्फ अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं बल्कि सरकार की भी छवि लोगों के बीच धूमिल कर रहे हैं दरअसल कुछ दिनों पहले ही खोरसी में हुए अवैध बोर खनन के दौरान पत्रकार विनोद बघेल के द्वारा एसडीएम मस्तूरी को फोन करके यह बताया गया कि अवैध रूप से वेद परसदा के पास के ग्राम पंचायत खोरसी में अवैध रूप से बोर का खनन रात में किया जा रहा है जिसकी लोकेशन भी पत्रकार द्वारा एसडीम को भेजा गया और एसडीएम ने कहा भी कि वह किसी अधिकारी को भेजते हैं पर उसके बाद हुआ क्या पत्रकार के सामने ही एक अधिकारी का एजेंट के फोन पर कॉल आता है और वह पूछता है कि आप लोगों का काम पूरा हुआ कि नहीं एजेंट बोलता है आधा घंटा का समय लगेगा उसके बाद उसके फोन में फिर कॉल आता है और कहता है काम हुआ कि नहीं वह कहता है निकल रहे हैं जैसे ही मशीन लेकर एजेंट वहां से निकलता है वैसे ही एसडीएम के नुमाइंदे अवैध बोर खनन हो रहे जगह पर पहुंचते हैं क्योंकि एजेंट अपना पूरा मशीन समेट कर निकल गया होता है यह बात आए हुए अधिकारी को भी पता होता है लेकिन उनकों खाना पूर्ति करनी थी उनको दिखाना था कि वह वहां गए थे पर गाड़ी नहीं मिली जिसके वजह से कोई कार्यवाही नहीं हुई मतलब साफ है इन सब की सांठ गांठ से ही यह अवैध कार्य लगातार क्षेत्र में किया जा रहा हैं एक बात समझने योग्य हैँ कि गाड़ी तो वहां से निकल गई थी पर बोर खनन करते हुए पत्रकार विनोद बघेल के द्वारा जो वीडियो और फोटो लिए गए थे उसमें साफ-साफ गाड़ी का नंबर दिख रहा है लेकिन अधिकारियों की आंखों में काली पट्टी बंधी हुई है जो पट्टी वह निकालना ही नहीं चाहते और अगर निकाल लेंगे तो उनको इन अवैध बोर खनन वालों के खिलाफ कार्यवाही करनी पड़ जायगी पत्रकार विनोद बघेल बताते हैं कि कुछ लोगों ने अवैध रूप से बोर खनन करने वालों से मिलकर करके मोटी रकम ले ली है और उन्होंने अवैध खनन करने वालों को आश्वस्त किया है कि वह किसी प्रकार की कार्रवाई उन पर नहीं होने देंगे ना ही कोई अधिकारी उनके खिलाफ कार्यवाही करेगा और ना ही कोई पत्रकार उनके खिलाफ खबर छापेगा जिसको लेकर कुछ पत्रकारों के बीच जमकर सोशल मीडिया में लड़ाई भी चल रहा है यह पूरा खेल पैसे के लेनदेन से जुड़ा हुआ है पर ताज्जुब यह होता है कि मस्तूरी में बैठे यह जिम्मेदार अधिकारी किसी के कहने मात्र से ही अपनी जिम्मेदारियों से विमुख कैसे हो सकते हैं कहीं ऐसा तो नहीं की यह कमीशन का पैसा इन तक भी पहुंच रहा है?जिसके वजह से यह कार्यवाही करने से अपने आप को रोक रहे हैं विनोद बघेल बताते हैं कि इस पूरे मामले से बिलासपुर कलेक्टर को भी अवगत कराया है देखना होगा आने वाले दिनों में इन गैर जिम्मेदार अधिकारियों पर क्या एक्शन लिया जाता है या यूं ही मस्तूरी क्षेत्र को बदनाम बदहाल करने के लिए छोड़ दिया जाता है।