केसीसी ऋण पटाने किसान चिंतित….

((नयाभारत सरगुजा)):–
प्रदेश सरकार जहां 15 नवंबर से समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी शुरू की गई। धान बेचने को लेकर किसानों की सामने रकबा कटौती की समस्या बनी हुई है।रकबा सुधार को लेकर किसान कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं,फिर भी रकबा सुधार नहीं हो पा रहा और किसान धान बेचने में असमर्थ नजर आ रहे हैं। अग्रिसटेक रकबा सुधार सहित अन्य समस्याओं को लेकर किसान एकजुट होकर नेशनल हाईवे 130 पर प्रदर्शन किए अधिकारियों के द्वारा जल्द से जल्द से जल्द रकबा सुधार कराए जाने का आश्वासन दिया गया था। लखनपुर के वनांचल क्षेत्र के किसान आज भी रकबा सुधार को लेकर कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं,यही नहीं धन उपार्जन केंद्रों में सर्वर नहीं होने से टोकन भी किसानों को नहीं मिल पा रहा है। सक्षम अधिकारियों द्वारा रकबा सुधार को लेकर समितियों और पटवारियों को आईडी देकर सुधार करने की आदेश जारी कर दिया गया है। धान उपार्जन केंद्रों में पटवारी और समिति कर्मचारियों के द्वारा एग्री स्टेट के माध्यम से कुछ किसानों का सुधार किया गया है तकनीकी समस्याओं के कारण कुछ किसानों का रकबा सुधार नहीं हो पा रहा है जिसे लेकर किसान परेशान है। रकबा सुधार नहीं होने से किसानों की समस्या ज्यों का त्यों बना हुआ है,किसान जब समिति में रकबा सुधार के लिए जाते है तो उन्हें कहा जाता है कि तुम्हारा एग्रीस्टेक नहीं हुआ है चॉइस सेंटर से एग्रीस्टेक कराए तत्पश्चात रकबा सुधार करके पटवारी के पास तो तहसील कार्यालय में आवेदन देने की बात बोला जा रहा है। जिस पर किसान कभी तहसील कार्यालय तो पटवारी ऑफिस और समितियां का चक्कर काट रहे है। यह देखने वाली बात होगी कि किसानों की यह समस्या शासन प्रशासन कब तक समाधान किया जाता है।
संबंध में संबंधित पटवारी से बात चर्चा करने पर बताया गया कि यह एग्रीस्टेक तो किसान कराते तो है पर जहां पांच खसरा नंबर का एग्रीस्टेक कराते तो है पर हमारे आई डी में सिर्फ दो ही प्लाट दिख रहा है जिससे किसानों को कई तरीका से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है
केसीसी रेड पटाने किसान चिंतित
किसान कुदुर राम, श्रवण राम, विवेक पैकरा, घूरती बाई, राम करण, कामेश्वर के बताया गया कि रकबा सुधार नहीं होने से किसान धान उपार्जन केंद्र में धान नहीं बेच पाएंगे। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति से खरीफ फसल के लिए खाद बीज सहित पैसों का ऋण लिया है।वह ऋण कैसे पटाएंगे किसानों के सामने केसीसी ऋण पटाने की समस्या उत्पन्न हो गई है,किसानों का कहना है कि केसीसी ऋण पटाने तक का रकबा में सुधार कर दिया जाए जिससे हम किसानों को घर से केसीसी ऋण नहीं पटाना पड़ेगा।

