CG:नगर पंचायत देवकर में अध्यक्ष पद के पांच दावेदार मैदान में…15 वार्डों के लिये चालिस पार्षद प्रत्याशीयों की दावेदारी.. नगरी निकाय चुनाव की उल्टी गिनती शुरू…दुखी आत्मा पार्टी से सुरेश सिहोरे जो नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में है कहीं न कहीं चुनावी समीकरण को बिगाड़ने में अहम भूमिका निभाने की ताकत है
नगरीय निकाय चुनाव
संजू जैन जिला संवाददाता
(7000885784)
देवकर से रमेश जैन की रिपोर्ट
देवकर:नगर पंचायत देवकर में नगरी निकाय चुनाव को लेकर प्रत्याशीयों की चुनावी प्रचार प्रकिया प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आबंटन होने के साथ ही जोरशोर से आरंभ हो गया है इस बार 2025 नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिये पांच दावेदार मैदान पर अपना अपना किस्मत अजमा रहे है जिसमें दो राष्ट्रीय पार्टी भाजपा और कांग्रेस पार्टी से और तीन निर्दलीय प्रत्याशी है जिसमें भाजपा पार्टी से अलग होकर अन्नु साहू एवं कांग्रेस पार्टी से अलग होकर सुरेश सिहौरे एवं आसिफ अली सहित तीन निर्दलीय प्रत्याशी मैदान पर है तथा पन्द्रह वार्डो पार्षद पद हेतु चालिस दावेदारों ने हुंकार भरी है।
अध्यक्ष और पार्षद प्रत्याशीयों का सीधा सीधा सम्पर्क मतदाताओं से होता जा रहा है घर घर जाकर मतदाताओं को अपने अपने पक्ष में मतदान करने की अपिल और हाथ जोड़कर आशीर्वाद मांगा जा रहा है अगर नगर अध्यक्ष पद के लिए समीक्षा किया जाये तो यहां सीधा सीधा त्रिकोणीय मुकाबले की तस्वीर दिखाई दे रहा है दोनों राष्ट्रीय पार्टी की राह इतना आसान नही है क्योंकि डी ए पी पार्टी के सुरेश सिहौरे जो नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में है कहीं न कहीं चुनावी समीकरण को बिगाड़ने में अहम भूमिका निभाने की ताकत है और जोरदार तरीके से चुनावी मैदान में अपना मतदाताओं के बीच उपस्थित दर्ज करा रहे है वहीं भाजपा पार्टी से अजय अग्रवाल एवं कांग्रेस पार्टी से बिहारी साहू भी चुनौती को स्वीकार कर चुनावी रण में डटें हुऐ है।
परिणाम क्या होगा ऐ तो 14 फरवरी को चुनाव परिणाम आने पर ही पता चलेगा पर सभी दावेदार अपनी अपनी जीत की दावा कर रहे है देवकर नगर पंचायत बनने के बाद से अब तक राष्ट्रीय पार्टी से ही प्रत्याशी चुनाव जीत कर आते गये है पर इस बार कुछ भी नया हो सकता है कुछ कहा नही जा सकता।
*जैसे जैसे चुनाव की मतदान तारीख दिन पास आते जायेंगे वैसे ही वैसे चुनावी माहौल में बदलाव आते जायेगा स्थानीय चुनाव में मतदाताओं की नजर प्रत्याशीयों की छवि और उनके व्यक्तित्व को देखकर अपना निर्णय से मतदान करते है खासकर महिलाओं एवं युवाओं मतदाताओं की रूझान ही चुनावी परिणाम पर असर पड़ता है और निर्णायक भूमिका निभाते है।