CG – “बस्तर में बढ़ते धर्मिक कट्टरपंथ पर सरकार और प्रशासन की चुप्पी चिंता का विषय” — समीर खान, आम आदमी पार्टी

“बस्तर में बढ़ते धर्मिक कट्टरपंथ पर सरकार और प्रशासन की चुप्पी चिंता का विषय” — समीर खान, आम आदमी पार्टी
बस्तर, छत्तीसगढ़। बस्तर में मूल निवासियों के साथ हो रहा अन्याय और धार्मिक कट्टरपंथियों का बढ़ता आतंक लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों पर सीधा हमला है। हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेशों के बावजूद, बस्तर में मूल निवासियों को उनके परिजनों को उनकी परंपरागत रीति-रिवाज के अनुसार दफनाने से रोका जा रहा है। यह स्थिति न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि संविधान के मूल अधिकारों की अवहेलना भी है।
आज बस्तर की सड़कों पर डेड बॉडी के साथ बैठे परिवार, और उनका दर्द इस बात का प्रमाण है कि शासन और प्रशासन पूरी तरह से विफल हो चुका है। डबल इंजन की सरकार — केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा की सरकार होने के बावजूद, जनप्रतिनिधि पूरी तरह खामोश हैं। प्रशासनिक तंत्र संघर्ष कर रहा है, परन्तु सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति का पूर्ण अभाव साफ़ दिखाई दे रहा है।
आम आदमी पार्टी यह मांग करती है कि :
1. बस्तर में मूल निवासियों को उनकी परंपरागत धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार की पूर्ण स्वतंत्रता दी जाए।
2. धार्मिक कट्टरपंथी ताकतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
3. जिला प्रशासन को निर्देशित किया जाए कि वे संविधान और न्यायालय के आदेशों के अनुसार निष्पक्ष कार्यवाही करें।
4. सरकार इस विषय में तुरंत हस्तक्षेप कर पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाए।
आम आदमी पार्टी बस्तर के मूल निवासियों के साथ खड़ी है और जब तक इस अन्याय का अंत नहीं होगा, हम लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए संघर्षरत रहेंगे।