नक्सल विरोधी अभियान में घायल वीर जवानों का आत्मीय सम्मान किया गृहमंत्री विजय शर्मा ने।

कवर्धा/एक शाम वीर जवानों के नाम पर हुए रायपुर के आयोजन में गृहमंत्री विजय शर्मा ने सभी घायल जवानों को अपने शासकीय निवास पर आमंत्रित कर स्नेहपूर्वक भोजन कराया और दीप पर्व का स्नेह उपहार भेंट किया।
विदित हो कि कवर्धा के विधायक व उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा एक शाम वीर जवानों के नाम आयोजित कार्यक्रम में बस्तर संभाग के कुल 30 डिस्ट्रीक्ट रिजर्व ग्रुप (DRG) एवं बस्तर फाइटर बल के ऐसे वीर जवानों को सम्मानित किया गया जो नक्सल विरोधी अभियान के दौरान गोलियों एवं आईईडी विस्फोटों ऊसे घायल हुए थे। यह कार्यक्रम न केवल सरकार की कृतज्ञता का प्रतीक रहा, बल्कि समाज के लिए भी एक संदेश बनकर उभरा कि राष्ट्र की सेवा में समर्पित प्रत्येक जवान का सम्मान राज्य की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने सभी घायल जवानों को अपने शासकीय निवास पर सनेहपूर्वक भोजन के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने उनके साथ भोजन करते हुए स्वयं उनका हालचाल जाना तथा उनकी आवश्यकताओं की जानकारी ली। इस अवसर पर सभी जवानों को दीपावली पर्व की अग्रिम शुभकामनाएँ देते हुए सम्मान स्वरूप उपहार भी प्रदान किए गए।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने घायल जवानों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इन वीर जवानों ने संविधान की रक्षा, लोकतांत्रिक व्यवस्था की सुरक्षा तथा आम जनता के जीवन की रक्षा हेतु अपने प्राणों की परवाह किए बिना सर्वोच्च साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया है। राज्य सरकार उनकी पूर्ण चिकित्सा, शीघ्र स्वास्थ्य लाभ, पुनर्वास एवं परिवारों को आवश्यक आर्थिक और सामाजिक सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक जवान के साथ व्यक्तिगत रूप से खड़ी है। चाहे चिकित्सा हो, कृत्रिम अंगों की व्यवस्था हो, नौकरी में समायोजन हो अथवा उनके बच्चों की शिक्षा — इन सभी विषयों को प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किया जाएगा। हमें गर्व है कि ऐसे वीर हमारे राज्य की शान हैं।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि घायल जवान केवल सुरक्षा बलों के सदस्य नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक के संरक्षक हैं। उनके त्याग और समर्पण को केवल वाणी से नहीं, बल्कि व्यवहार और सहयोग के माध्यम से सम्मानित किया जाना चाहिए। एक शाम वीर जवानों के नाम कार्यक्रम ने सिद्ध कर दिया कि छत्तीसगढ़ केवल संघर्ष की भूमि नहीं, बल्कि वीरता, सम्मान और मानवीय संवेदना का भी प्रतीक है। विष्णुदेव साय सरकार ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि देश की रक्षा में लगे प्रत्येक जवान का मान-सम्मान सर्वोपरि है उनका बलिदान राष्ट्र का अमूल्य सम्मान है, जिसे सदैव स्वर्णाक्षरों में अंकित किया जाएगा।