दुगली में हुआ राजस्व परिवर्तित 110 वन ग्रामों की अहम बैठक…सहकारी केन्द्रों में एग्रीस्टेक आईडी कार्ड पंजीयन अनिवार्यता पर हुई गहन चर्चा..
धमतरी जिला के राजस्व परिवर्तित 110 वनग्रामों की महत्वपूर्ण बैठक 9 सितंम्बर को दुगली की बहारराय प्रांगण में हुआ।बैठक में वनग्रामों की गंभीर समस्याओं पर गहन चिंतन किया गया।देश की आजादी के पूर्व ब्रिटिश कालिन सैकड़ो बरस का पूर्व का गांव देश के आजादी के 78 बरस बाद भी ग्रामीण अपनी संवैधानिक अधिकार के लिए दर दर ठोकर का रहे हैं। छत्तीसगढ में एक तरफ वनग्रामों को राजस्व तो दर्जा दे दिया मगर न ही ग्रामिणों की काबीज ज़मीन का दुरुस्तीकरण हुआ है न ही भुइंया पोर्टल में जमीन का रिकार्ड अपलोड हुआ है।शासन व्दारा वनग्रामों को राजस्व का दर्जा तो दे दिया गया है मगर राजस्व गांवो की तरह अधिकार कब मिलेगा इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा के साथ वर्तमान वृहद समस्या किसानों को सहकारी केन्द्र में समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए केन्द्र सरकार की गाइडलाईन एग्रीस्टेक पोर्टल से किसानों को पंजीयन की अनिवार्यता जिस वजह से वंचित हो रहे हैं वनग्रामों के किसान इस मुद्दे पर संघर्ष समिति के संयोजक मयाराम नागवंशी और जिलाअध्यक्ष बंशीलाल सोरी और तमाम वनग्रामों के ग्राम पटेल पंचायत प्रतिनिधियों की अगुवाई में गहन चिंतन मंथन हुई।इस दौरान एग्रीस्टेक पोर्टल अनिवार्यता के संदर्भ में पंजीयन समय सीमा को देखते हुए अगामी दिनों में जिला स्तरीय प्रतिनिधि चयन कर विभागीय मंत्री के समक्ष ज्ञापन के माध्यम से कार्यवाही कराने पर प्रस्तावीत किया गया।साथ ही आगामी बैठक में राजस्व विभाग की आन लाइन प्रक्रिया भुइंया पोर्टल से वनग्रामों को जोड़ने प्रक्रिया से ग्रामीण संतुष्ट नही हैं विभागीय त्रुटियों के साथ डाटा संग्रहित किया जा रहा है इस विषय को भी विभागीय मंत्री तक समस्याओं को रखने का निर्णय लिया गया। वहीं जिला अध्यक्ष बंशीलाल सोरी का कहना है पहले तो हम संवैधानिक रुप से शासन प्रशासन स्तर तक हमारी समस्याओं को अवगत कराएंगे अगर शासन प्रशासन हमारी मांगों पर समय पर समाधान नही किया तो रोड़ पर उतरने पर ग्रामीण मजबूर हो जाएंगे।
बैठक में बड़ी संख्या में धमतरी जिला के ग्रामिणों की उपस्थिति रही ग्रामिणों के चेहरे में उनकी पीड़ा साफ झलक रही थी।पुरुषों के साथ महिलाओं और युवाओं की बढ़चढ़कर बैठक में हिस्सेदारी रही।
उक्त बैठक में बुधराम साक्षी,गोवर्धन मंडावी,बीरबल पदमाकर रवि नेताम,मकसुदन मरकाम,राजाराम मंडावी,चिंताराम वट्टी,रामकुंवर मंडावी,कलावती मरकाम,मानकी बाई कुंजाम,टिकेश्वरी नेताम,जग्गु मंडावी,देवचंद उईके,रामेश्वर मरकाम,रामजी नेताम,इंदल सिंह,कोमलसिंह ध्रुव,घनश्याम नेताम,गणेश मरकाम,शिव प्रसाद नेताम,चन्द्रभान नाग,जालम सिंह नेताम, दशरत नेताम,हीरा सिंह मरकाम,मानसाय मरकाम,ओमप्रकाश सोरी,गौतम नेताम,पुनाराम मरकाम,अनिल पदमाकर,देवेन्द्र मंडावी,शंकरलाल नेताम,शत्रुघन कुंजाम,भगवान सिंह,जोहर नेताम,सहीत बड़ी संख्या में उक्त बैठक में ग्रामीण सम्मिलित हुए जिनकी जानकारी जिला संघर्ष समिति के मिडिया प्रभारी सुरेन्द्र राज ध्रुव ने दी।।