चाकाबुड़ा: बुनियादी विकास की राशि का बंदरबांट … मरम्मत कार्यों के नाम पर मूलभूत, 15वें वित्त से 9.28 लाख का खेला,ग्रामीणों व पंचों ने कार्रवाई की उठाई मांग पढ़े पूरी ख़बर
कोरबा/कटघोरा//ग्राम पंचायत चाकाबुड़ा में बुनियादी विकास की राशि मे तत्कालीन सरपंच और सचिव द्वारा लाखों का घोटाला परत दर परत करके सामने आ रहा है। ग्रामीणों और पंचों का कहना है कि विकास योजनाओं के नाम पर सरकारी धन का बेखौफ दुरुपयोग किया गया है। जबकि कागजों में दर्शाए गए कार्य धरातल पर हुए ही नही अथवा जर्जर स्थिति में है। उन्होंने प्रशासन से भ्रष्ट्राचारियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की मांग उठाई है।
तत्कालीन सरपंच पवन सिंह कमरो व सचिव रजनी सूर्यवंशी के भारी भ्रष्ट्राचार को लेकर जिले का चाकाबुड़ा ग्राम पंचायत इन दिनों चर्चा में है, जहां ग्रामीण विकास व बुनियादी सुविधाओं के लिए शासन से जारी सरकारी धन में जमकर बंदरबांट हुआ है। कागजों में दर्शित अनेको कार्यों का धरातल पर कहीं अता- पता नही है तो कुछ स्थानों पर मामूली निर्माण कर बड़ा खर्च का विवरण दर्शाया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि तत्कालीन सरपंच व सचिव के सांठगांठ से पंचायत में हुए तमाम तरह के भ्रष्ट्राचार में जनपद अधिकारियों ने भी अपनी भूमिका निभाई है, क्योंकि पंचायत में किये गए भारी- भरकम अनियमितता की पूर्व में शिकायत के बावजूद संबंधितों ने किसी प्रकार की जांच अथवा कार्रवाई करना उचित नही समझा। यदि सरपंच सचिव के कृत्य पर पहले ही अंकुश लगाया जाता तो भ्रष्ट्राचार को लेकर आज ग्राम में गहमा गहमी की स्थिति निर्मित नही होती। इस पंचायत के गली- मोहल्लों व चौंक- चौराहों में रोशनी व्यवस्था के नाम पर गिनती भर के खम्भों में घटिया किस्म के स्ट्रीट लाइट लगाकर 3.21 लाख का वारा न्यारा 15वें वित्त से किया गया है, जिस मामले को बीते 23 मई को *”सरकार की भ्रष्ट्राचार पर जीरो टार लेंस नीति चाकाबुड़ा पंचायत में फेल: गिनती भर स्ट्रीट लाइट की कीमत 3.21 लाख रुपए, बोगस बिल से भ्रष्ट्र सचिव व तत्कालीन सरपंच ने पंचायत को लगाया जमकर चूना”* शीर्षक से खबर प्रसारित किया गया था तो वहीं मरम्मत कार्यों के नाम पर बड़ा गड़बड़झाला का मामला सामने आया है। जिसमे स्कूल, आंगनबाड़ी शौचालय, यात्री प्रतीक्षालय, नाला, बोर, स्वास्थ्य केंद्र, पीडीएस भवन मरम्मत के नाम पर मूलभूत, 15वें वित्त से 9.28 लाख का खेला किया गया है।
*मरम्मत कार्यों पर निकाली गई राशि विवरण*
*01:-* प्राथमिक शाला भवन मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 15/05/2020, राशि- 49,938 (मूलभूत).
*02:-* 15 नग हेण्डपम्प व आंगनबाड़ी शौचालय और यात्री प्रतीक्षालय मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 09/08/2021, राशि- 1,10,000 (मूलभूत).
*03:-* स्कूल बोर मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 01/11/2021, राशि- 15,000 (मूलभूत).
*04:-* सोंगी नाला मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 14/12/2021, राशि- 1,00,000 (15वें वित्त).
*05:-* बोर मरम्मत कार्य, रिचार्ज बाउचर तिथि 22/12/2021, राशि- 26,683 (मूलभूत).
*06:-* बोर मरम्मत कार्य, रिचार्ज बाउचर तिथि 10/02/2022, राशि- 26,683 (मूलभूत).
*07:-* शासकीय भवन मरम्मत कार्य, रिचार्ज बाउचर तिथि 02/03/2023, राशि- 1,58,000 (15वें वित्त).
*08:-* बोर मरम्मत कार्य, रिचार्ज बाउचर तिथि 16/10/2023, राशि- 56,000 (मूलभूत).
*09:-* बोर मरम्मत कार्य, रिचार्ज बाउचर तिथि 07/12/2023, राशि- 78,498 (15वें वित्त).
*10:-* पंप सेट मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 05/01/2024, राशि- 40,000 (मूलभूत).
*11:-* स्वास्थ्य केंद्र मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 24/01/2024, राशि- 1,00,000 (मूलभूत).
*12:-* बोर, पीडीएस भवन, स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक भवन मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 20/05/2024, राशि- 44,000 (15वें वित्त).
*13:-* बोर मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 22/05/2024, राशि- 15,000 (15वें वित्त).
*14:-* बोर मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 10/07/2024, राशि- 20,000 (15वें वित्त).
*15:-* शौचालय व नाली मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 26/10/2024, राशि- 49,360 (15वें वित्त).
*16:-* बोर मरम्मत, रिचार्ज बाउचर तिथि 18/11/2024, राशि- 39,000 (15वें वित्त).
तत्कालीन सरपंच व सचिव द्वारा निम्न कार्यों के नाम पर निकाली गई राशि को लेकर गांव के ग्रामीणों व पंचों का कहना है कि केवल कागजों पर ही कार्यों को अंजाम दिया गया और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी फंड का बेहिसाब दोहन किया गया है। ग्रामीणों के अनुसार बीते पंचवर्षीय कार्यकाल में आधे अधूरे कार्यों और भ्रष्ट्राचार की वजह से ग्राम विकास एवं मूलभूत सुविधाओं का लाभ उन तक नही पहुँच पाया। तत्कालीन सरपंच ने सचिव के साथ मिलकर गांव के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के नाम पर सरकारी धन की खूब हेराफेरी की है और जमकर बंदरबांट किया गया है। गांव में इस घोटाले को लेकर अब ग्रामीणों में आक्रोश है और उन्होंने बीते पांच वर्षों में पंचायत को जारी राशि की जांच और भ्रष्ट्राचारियों पर उचित आवश्यक कार्रवाई की मांग उठाई है, ताकि पूरे भ्रष्ट्राचार का पर्दाफाश होकर तत्कालीन सरपंच व सचिव द्वारा किये गए भ्रष्ट्र कारनामे का सच सामने आ सके।