CG – शासकीय प्राथमिक माध्यमिक शाला डिहीपारा में बाल-श्रम एवं बाल विवाह के बारे में जानकारी दी गई…

शासकीय प्राथमिक माध्यमिक शाला डिहीपारा में बाल-श्रम एवं बाल विवाह के बारे में जानकारी दी गई
फरसगांव/हरवेल। कोंडागांव जिले के विकासखण्ड बड़ेराजपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत हरवेल के आश्रित ग्राम डिहीपारा स्थित शासकीय प्राथमिक माध्यमिक शाला में शिक्षकों के द्वारा विधार्थियों को बीते दिनों बाल-श्रम बाल विवाह के बारे में जानकारी दी गई यह कार्यक्रम सुरक्षित शनिवार के तहत आयोजित किया गया। बाल श्रम एवं बाल विवाह बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास में बाधक है ।इसलिए यह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
शिक्षक संजय मंडावी ने जानकारी दी की बाल श्रम के अंतर्गत जोखिम भरे कार्य जिसमें शारीरिक व मानसिक हानि होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे कार्यों को बच्चों से कराने पर उनका शारीरिक व मानसिक विकास अवरूद्ध हो जाता है। तथा बच्चे पढ़ाई छोड़ देते हैं, बाल श्रम से बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। बाल श्रम करने वाले बच्चों के यौन शोषण का खतरा बना रहता है ,उन्हें गलत गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा सकता है। बच्चों को शारीरिक यात्राएं दी जा सकती है जिससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है।
शिक्षक झगेश्वर गौर ने बाल विवाह पर जानकारी देते हुए बताया ,कि बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक समस्या है ।जो बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन करती है और उसके भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इसमें 18 वर्ष से कम उम्र के बालक या बालिका का विवाह वयस्क से या अन्य बच्चों से होता है ।इसके हानिकारक परिणाम प्राप्त होता है। जैसे शिक्षा से वंचित होना, स्वास्थ्य संबंधी समस्या, शारीरिक व मानसिक शोषण आदि है ,देश में बाल विवाह को रोकने के लिए बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम अधिनियम का कानूनी प्रावधान है।
लेकिन समाज में जागरूकता और शिक्षा की कमी के कारण यह प्रथा जारी है, इसके बचाव के लिए जन जागरूकता बहुत जरूरी है। इस कार्यक्रम में संस्था के प्रधानाध्यापक अर्जुन सिंह नाग ,प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार मरकाम , शिक्षक रामप्रसाद नेताम,शिक्षक सियाराम नेताम एवं विद्यालय के अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे।