CG- शिक्षिका की लापरवाही से गई छात्र के आंख की रौशनी, JD ने शिक्षिका को दी ये सजा…..

कोरबा। कोरबा में स्कूल के भीतर छात्र पर हुए मारपीट की घटना के बाद घायल बच्चे को समय पर इलाज न दिलाने और करीब दो घंटे तक स्कूल में ही रोक कर रखने की लापरवाही महिला शिक्षक पर भारी पड़ी।
बीईओ की जांच रिपोर्ट में यह साफ हुआ कि समय रहते उपचार मिलने पर बच्चे की एक आंख की रोशनी बचाई जा सकती थी। इस गंभीर लापरवाही पर संयुक्त संचालक शिक्षा ने दोषी महिला शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया है।
जानकारी के मुताबिक ये पूरा मामला कोरबा के कुसमुंडा आदर्श स्थित प्राथमिक शाला चुनचुनी का है। बताया जा रहा है इस विद्यालय में 9 जुलाई को रोज की तरह क्लास लगी थी। स्कूल के प्रधान पाठक आकस्मिक अवकाश पर थे। लिहाजा संस्था का प्रभार महिला शिक्षक इंद्राणी पांडेय को दिया गया था। इसी दिन स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया।
जिसके बाद रेहान नामक छात्र ने डंडे से मारपीट करते हुए अवल बंजारे की आंख पर वार कर दिया। इस घटना में छात्र अवल बंजारे के बांयी आंख में गंभीर चोट लगने पर उसने घटना की जानकारी महिला शिक्षक को दी। लेकिन उन्होने पीड़ित छात्र की तकलीफ जानने के बाद भी उसका उपचार कराने अस्पताल नही ले गयी और ना ही उसके परिजन को इसकी जानकारी दी गयी। उलटे घायल छात्र को दो घंटे तक स्कूल में ही रोक लिया गया।
जिससे छात्र की एक आंख की रौशनी चली गयी। इस घटना की शिकायत के बाद जिला शिक्षाधिकारी तामेश्वर उपाध्याय ने बीईओं को जांच के लिए निर्देश दिया था। बीईओं के जांच में महिला शिक्षिका इंद्राणी पांडेय की गंभीर लापरवाही पायी गयी। उक्त जांच रिपोर्ट को जिला शिक्षाधिकारी ने बिलासपुर संयुक्त संचालक आर.पी.आदित्य के समक्ष कार्रवाई के लिए पेश किया गया। जिसे संयुक्त संचालक ने गंभीरता से लेते हुए दोषी महिला शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।