भोले भाले नेता जी का तथाकथित प्रतिनिधि?, सरकारी परिसदन में मांडवली के रंग में आया नजर!
तथाकथित प्रतिनिधि आखिर कब आएगा शिकंजे में?
भीलवाड़ा। शहर में इन दिनों एक नाम खूब सुर्खियों में है—भोलेभाले नेता जी का स्वयंभू प्रतिनिधि। यह शख्स सरकारी परिसरों को अपना “दफ्तर” बना बैठा है और खुलेआम मांडवली करता नजर आता है। सर्किट हाउस जैसी संवेदनशील सरकारी जगह पर सौदेबाज़ी और सेटिंग-बैठकें करना इसकी आदत सी बन चुकी है। सूत्रों की माने तों नेता जी की आड़ में यह शख्स ठेकेदारों और अन्य लोगों से सेटिंग-बैठकें करता है और सरकारी जगहों की गरिमा को धूमिल कर रहा है। सवाल यह उठता है कि आखिर सरकारी इमारतें निजी स्वार्थ और सत्ता-तंत्र की दलाली का अड्डा कब तक बनती रहेंगी।
हर दफ्तर में “जुगनू” बैठाकर मांडवली का खेल?
स्वयंभू प्रतिनिधि ने हर एक दफ्तर में अपना जुगनू पाल रखा हैं, जिससे मिलीभगत कर इस तरह की मांडवली कर राज करता हैं? ऐसे तथाकथित प्रतिनिधि पर आखिर कब नकेल कसी जाएगी, वरना भीलवाड़ा की जनता इसे सीधी राजनीतिक सरपरस्ती ही मानेगी।