सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में की जिले में बहुउद्देश्यीय खेल भवन निर्मित करने की मांग सांसद संतोष पांडेय ने खिलाड़ियों को बेहतर खेल सुविधा व संसाधन सुनिश्चित कराने का उठाया मुद्दा।

कवर्धा/राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय ने कबीरधाम जिला व आसपास के खिलाड़ियों को बेहतर खेल सुविधा एवं संसाधन सुनिश्चित कराने का मुद्दा लोकसभा में उठाया। उन्होंने बेहतर खेल सुविधा एवं संसाधन सुनिश्चित करने हेतु जिले में बहुउद्देश्यीय खेल भवन निर्मित करने की मांग केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया और सदन के समक्ष रखा। सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में अपनी बात रखते हुए कहा कि कवर्धा नगर में इस बहुउद्देश्यीय भवन के निर्माण हो जाने से कबीरधाम जिले सहित आस-पास के क्षेत्रों और खासकर खेल के क्षेत्र में रूचि रखने वाले हमारे वनांचल क्षेत्रों के बैगा आदिवासी परिवार के युवाओं को खेल के प्रति प्रोत्साहन मिलेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि एक ही स्थान पर बैंडमिंटन, बास्केटबॉल, जूडो, हैडबॉल तीरंदाजी सहित अन्य खेलो का प्रशिक्षण प्राप्त कर वे सभी युवा अपने हुनर व कौशल से देश-विदेश में हमारे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करेंगे।
इस दौरान उन्होंने बताया कि पूर्व में उनके द्वारा कवर्धा नगर में खेल व खिलाड़ियों के विकास के लिए बहुउद्देश्यीय भवन के निर्माण हेतु लगभग 20 करोड़ रुपए एवं एथलेटिक ट्रैक हेतु 6 करोड़ 63 लाख रुपए का प्रस्ताव केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया को दिया है। जिसकी स्वीकृति प्रदान कर राशि आवंटित करने आग्रह भी किया। सांसद पांडेय ने बताया कि कबीरधाम जिला खेल के क्षेत्र में हमेशा अग्रणी रहा है। यहाँ के खिलाड़ी विभिन्न खेलों में जिले से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं। कई खिताब भी अपने नाम कर चुके हैं। खेल के क्षेत्र में जिले की अलग पहचान है। यहां के खिलाड़ियों को खेल के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं व संसाधन उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। ताकि उन्हें इससे और मदद मिल सके।
पूर्व में खेलो इंडिया अंतर्गत कबड्डी एकेडमी की दिलाई थी स्वीकृति –
सांसद संतोष पांडेय ने पिछले कार्यकाल में भी जिले में खेल सुविधाओं का विस्तार करने का मुद्दा लोकसभा में उठाया था। उन्होंने खेलो इंडिया अंतर्गत कबीरधाम जिले में कबड्डी एकेडमी की स्थापना की मांग की थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने जिले में कबड्डी एकेडमी की स्वीकृति प्रदान की थी।