बिलासपुर//मल्हार स्थित बद्री प्रसाद देवांगन मध्य नगरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दिनांक 24 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक चार दिवसीय भावातीत ध्यान शिविर का आयोजन किया जा रहा हैं जहाँ सिद्धि शिक्षक गुरुदेव संतोष शर्मा व गुरु माता नीलीमा शर्मा महर्षि विद्या मंदिर बिलासपुर से शामिल होंगे आपको बताते चले की इस विद्यालय में लगातार ऐसे आयोजन कराया जाता हैं जिससे बच्चों कों कुछ सिखने मिलते रहें और उनकी दिमाग़ का चौमुखी विकास हो साथ साथ ऐसे लोगों कों बुलाया जाता हैं बतौर मुख्य अतिथि अपने अपने क्षेत्रो में महारत हासिल कर चुके रहते हैं ये बुद्धि जीवी स्कूल में आकर ना सिर्फ बच्चों कों अपनी अनुभव बाटते हैं बल्कि छात्र छात्राओं कों गाइड भी करते हैं ऐसे कार्यक्रम से सभी विद्यार्थियों कों बहुत कुछ सिखने मिलता हैं उक्त बातें स्कूल के प्रिंसिपल नें कहीं
क्या होता हैं भावातीत ध्यान शिविर ?
भावातीत ध्यान,या ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन,एक वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित ध्यान की तकनीक है.यह मन को शांत करने और शुद्ध चेतना का अनुभव करने में मदद करती है. भावातीत ध्यान के बारे में कुछ खास बातें
यह एक सरल और सहज तकनीक है.इसमें किसी खास उपकरण, श्वास, या गति की ज़रूरत नहीं होती.
इसमें किसी खास विश्वास प्रणाली या जीवनशैली का पालन करने की ज़रूरत नहीं होती.इसमें किसी तरह का मानसिक नियंत्रण या एकाग्रता की ज़रूरत नहीं होती.इसे दिन में दो बार, सुबह और शाम, 15-20 मिनट तक किया जाता है.इसमें किसी मंत्र को दोहराना होता है.इसे किसी शिक्षक से सीखना चाहिए.भावातीत ध्यान के कुछ फ़ायदे इससे तनाव और थकावट दूर होती है इससे स्मरण शक्ति बढ़ती है इससे बुद्धि तीक्ष्ण और समझदारी गहरी होती है.
इससे भावनात्मक संतुलन बढ़ता है.
इससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है इससे धूम्रपान और मादक पदार्थों की आदत धीरे-धीरे छूट जाती है इससे सहनशीलता और सहयोग की भावना बढ़ती है.