Sarkari Yojana Bihar: सरकार दे रही गरीबों को रहने के लिए आशियाना, दीनदयाल जन आजीविका योजना से बदल रही बेघरों की ज़िंदगी…

जर्मन हैंगर में सुरक्षित आवास:
इस योजना में रात 8 बजे के बाद सड़कों पर सोने वालों को प्राथमिकता दी गई है, जिसमें भिखारी और विक्रेता शामिल हैं। लाभार्थियों को आधार और मतदाता पहचान पत्र जैसे पहचान पत्र दिए जाते हैं। उन्हें पेंशन, बीपीएल कार्ड, पीडीएस राशन कार्ड, जन धन खाते, आईसीडीएस सेवाएं, स्कूल नामांकन, स्वास्थ्य सुविधाएं, बीमा लाभ और मुफ्त कानूनी सहायता भी मिलती है।
महिलाओं और विकलांगों के लिए विशेष सुविधाएं: आश्रय गृह महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए विशेष कार्यक्रम प्रदान करते हैं। इनमें विकलांग पुनर्वास योजना, उज्ज्वला योजना, सबला योजना, वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन, संकटग्रस्त महिलाओं और बच्चों के लिए रेफरल सेवाएँ और पीडीएस सब्सिडी शामिल हैं।
सरकार स्वच्छ पेयजल और उचित स्वच्छता सुविधाओं के साथ हवादार कमरे उपलब्ध कराकर बेघर लोगों के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करती है। अन्य सुविधाओं में अच्छी रोशनी, अग्नि सुरक्षा उपाय, प्राथमिक चिकित्सा किट, मच्छर नियंत्रण उपाय, बिस्तर सामग्री और रसोई के बर्तनों की नियमित सफाई शामिल है।
वित्तपोषण और विस्तार योजनाएं:
केंद्र और राज्य सरकार इस योजना के लिए 60:40 के अनुपात में वित्तपोषण की ज़िम्मेदारी साझा करती हैं। अब तक इस पहल को समर्थन देने के लिए 271 करोड़ रुपये आवंटित किए जा चुके हैं। पटना में पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद, ज़्यादा बेघर लोगों को लाभ पहुँचाने के लिए इस योजना को पूरे राज्य में विस्तारित करने की योजना पर काम चल रहा है।
आश्रय गृहों में भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ खाना पकाने के लिए गैस कनेक्शन भी उपलब्ध हैं। आंगनवाड़ी केंद्रों से जुड़ी सुविधाएं बच्चों की ज़रूरतों को पूरा करती हैं जबकि व्यक्तिगत लॉकर व्यक्तिगत सामान की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। निवासियों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए मनोरंजन के विकल्प उपलब्ध हैं।