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भारत की उन्नति को देख कर के, भारत को दुश्मन मानने वाले देश इसको नीचा दिखाने के लिए हर तरह का उपाय खोज रहे हैं – बाबा उमाकान्त महाराज

भारत की उन्नति को देख कर के, भारत को दुश्मन मानने वाले देश इसको नीचा दिखाने के लिए हर तरह का उपाय खोज रहे हैं – बाबा उमाकान्त महाराज

वे देश कहते हैं कि भारत के नौजवानों को गलत खाने-पीने की चीजों की आदत डाल दो ताकि ये कोई काम ना कर पावें

खारघर, नवी मुंबई, महाराष्ट्र। परम् सन्त बाबा उमाकान्त महाराज ने 2 अक्टूबर 2025; दशहरा कार्यक्रम के सतसंग में कहा कि आजकल बीमारियां इसी वजह से ज्यादा बढ़ रही हैं कि लोग मांसाहारी हो गए, गलत भोजन खाने लग गए। जो सादा (शाकाहारी) भोजन खाएगा उसको बीमारी नहीं आएगी और जो ज्यादा चिकना-चुपड़ा, मिर्च-मसाले वाली चीजें खाएगा उसका पेट जल्दी खराब होगा, उसका लिवर जल्दी खराब होगा, उसकी किडनी जल्दी खराब होगी क्योंकि लोड ज्यादा पड़ेगा। तो ये जो खानपान खराब हुआ, उसी की वजह से असाध्य रोग बढ़े हैं। तो हमेशा आप लोगों को यह ध्यान रखने की जरूरत है कि हम सादा भोजन खाएं, घर का बना हुआ खाएं, तो ज्यादा अच्छा रहेगा।

भारत को नीचा दिखाने के लिए हर तरह का हथकंडा अपनाया जा रहा है

बाहर की जो चीजें रहती हैं उनकी शुद्धता की कोई गारंटी नहीं है। और कुछ भारत की उन्नति को देख करके, भारत देश की तरक्की को देख करके, भारत के पूर्व इतिहास को देख करके कि,
“जब जीरो दिया मेरे भारत ने तब दुनिया को गिनती आई”
भारत को दुश्मन मानने वाले देशों को चिढ़ हो रही है। इसीलिए वे हर तरह का हथकंडा अपना रहे हैं। भारत देश को जो दुश्मन मानते हैं वे लोग हर तरह का उपाय खोज रहे हैं, देख रहे हैं कि किस तरह से इनको नीचा दिखाया जाए।

जैसे पहले राजतंत्र था, तो राजा लोग जो होते थे वे विष कन्या तैयार करवाते थे। विष कन्या किसको कहते हैं? छोटी बच्चियों को ही थोड़ा-थोड़ा जहर देने लगते थे और जब वे जवान हो जाती थीं तब उनका पूरा अंग-अंग जहरीला हो जाता था और फिर उन्हें दुश्मन राजाओं के वहां सेवा के लिए भेज देते थे। वे वहां जाती थीं और राजा को अपने वश में कर लेती थीं। फिर जब राजा उनके साथ संपर्क करता था तो खत्म हो जाता था। ऐसे ही बहुत सारी चीजें ऐसी हैं कि जिनकी वजह से दुश्मन को लोगों ने परास्त किया है।

अगर होशियार नहीं रहोगे तो आप लोगों के भी बच्चे बिगड़ जाएंगे

भारत के इतिहास को जब वे विरोधी देश पढ़ते हैं, देखते हैं तब कहते हैं कि जैसे स्लो पोइजन होता है, धीरे-धीरे असर करता है, ऐसे ही इन गोलियों की आदत डाल दो लड़कों को, नौजवानों को। उनको इन खाने-पीने वाली चीजों की आदत डाल दो ताकि इनका शरीर मोटा ना हो पावे, ये नशे में मस्त रहें, ये कोई काम ना कर पावें। कहते हैं कि नौजवान सब नशेड़ी हो जाएंगे तो फौज में कहां से भर्ती हो पाएंगे और ये पुराने लोग कहां तक लड़ पाएंगे? तो ये बड़ी खराब पॉलिसी इस समय पर चल रही है।

होशियार अगर नहीं रहोगे तो आप लोगों के भी बच्चे बिगड़ जाएंगे। पता नहीं चलेगा। आप तो समझ रहे हो कि हम अच्छे स्कूल में पढ़ा रहे हैं। आप तो समझ रहे हो बड़े आदमियों; पैसे वाले लड़कों का साथ है। यह भी उसी तरह का तौर-तरीका सीख जाएगा। लेकिन उठना-बैठना, खाने-पीने का तरीका तो नहीं सीख पाता है। नशे की गोली खाना जल्दी सीख जाता है और नशेड़ी हो जाता है।

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