राजस्थान

छोटों पर सख्ती, बड़ों पर नरमी? खाद्य विभाग ने छोटी मछलियाँ पकड़ कर निभाई औपचारिकता?

किलो के भाव, नग की बिक्री! मिठास के कारोबार में नियमों की उड़ती धज्जियां

भीलवाड़ा। त्यौहारी सीजन की रौनक में मिठास तो है, लेकिन साथ ही घुली है मिलावट की कड़वाहट। भीलवाड़ा के सीएमएचओ व खाद्य विभाग ने दिखावे के तौर पर कुछ छोटे दुकानदारों पर कार्रवाई कर अपनी जिम्मेदारी पूरी मान ली, जबकि शहर की बड़ी और नामी मिष्ठान भंडारों पर एक भी सैंपलिंग या सीजिंग की कार्यवाही को अंजाम नहीं दिया गया।

किलो के भाव, नग की बिक्री!

मुख्य बाजारों में मिठाइयाँ बिक रही हैं “नग के हिसाब से, दाम किलो के हिसाब से”, यानी न तोल, न नियम। कई दुकानों पर न निर्माण तिथि लिखी है, न एक्सपायरी डेट। वहीं त्यौहारों की भीड़ में अस्थाई मिठाई की दुकानें बिना FSSAI लाइसेंस के खुली हैं और विभागीय अमला आंख मूंदे बैठा है।

शहरवासियों का सवाल है — 

“क्या खाद्य विभाग केवल छोटी मछलियाँ पकड़कर बड़ी मछलियों को छोड़ देता है?”

छोटों पर सख्ती, बड़ों पर नरमी?

त्यौहारी सीजन में खाद्य विभाग ने छोटी मछलियों पर कार्यवाही कर कर ली इतिश्री, शहर में किसी भी प्रतिष्ठित, नामी व बड़ी मिष्ठान भंडार व मिठाइयों की दुकान पर खाद्य विभाग द्वारा नहीं की गई किसी भी प्रकार की कोई सैंपलिंग और सीजिंग की कार्यवाही।

एक प्रतिष्ठान ऐसा भी—

शहर के मुख्य बाजार में महावीर पार्क के निकट एक दुकानदार तो ऐसा भी जो मिठाई देता है नग के हिसाब से लेकिन मिठाई के भाव है किलो के हिसाब से यानि मिठाई का भाव पूछो तो बताता है किलो के हिसाब से लेकिन बिना तोले केवल नग के हिसाब से गिनकर बिना तोले दे देता है मिठाई।

बेधड़क बिक्री—

साथ ही त्यौहारी सीजन में जगह जगह विभिन्न चौराहों पर भी सजी है मिठाइयों को अस्थाई दुकान दुकान जिनके पास यहां तक कि नहीं ही एफएसएसएआई का लाइसेंस भी फिर भी बेधड़क मिठाई की कर रहे बिक्री।

Pankaj Adwani

अपने क्षेत्र से समाचार संबंधी सूचना व विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें। संपर्क सूत्र- पंकज आडवाणी ब्यूरो चीफ भीलवाड़ा, (राज.)। 9001999191

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