छत्तीसगढ़

जैतपुरी के नवनिर्वाचित सरपंच दिलहरण पटेल जो पेशे से शिक्षक थे पर अब है गांव के मुखिया आखिर क्यों गांव वालों ने इनको ही बनाया सरपंच जाने पूरी कहानी पढ़े पूरी खबर

बिलासपुर//मस्तूरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले सभी गांवो के नवनिर्वाचित सरपंचो और उनके विचारों से आपको स्टेप बाई स्टेप रूबरू करवा रहें हैं हम ये भी समझने का प्रयास कर रहें हैं की जो युवा नवजावन इस बार पंचायत में मुखिया चुनें गए हैं वो क्या क्या सोच रहें हैं गांवो की विकास कों लेकर और आगे ये क्या सोच रहें हैं समस्याओं कों दूर करनें कों लेकर इसी कड़ी में आज आपको जैतपुरी में नवनिर्वाचित सरपंच दिलहरण पटेल से जुड़ी खास बाते बता रहें हैं दरअसल दिलहरण पटेल पेसे से शिक्षक थे और किसी प्राइवेट स्कूल में बच्चों कों पढ़ाया करते थे इनके पास कुछ 3 एकड़ की खेती हैं जो इनके आय का मुख्य स्रोत हैं इनका शुरू से राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं था पर गांव वालों ने इनकी ईमानदारी और स्वच्छ छवि को देखकर इन पर भरोसा किया और सभी ने सार्वजनिक रूप से मीटिंग करके इनको सरपंच पद के लिए मनोनीत किया और नामांकन फार्म भी सभी ने मिलकर जमा करवाए गांव में सरपंच पद के लिए इनके अलावा दो और कैंडिडेट थे इन्होंने 25 वोट से जीत दर्ज की हैं आगे बताते हैं कि गांव में शिक्षा का स्तर में सुधार की जरूरत है जिस पर हम सब मिलकर काम करेंगे मेरे यहाँ पानी की बड़ी समस्या है जिस पर भी हमें शपथ ग्रहण के बाद काम कर पानी की समस्या को दूर करना है गांव में मिडिल स्कूल की आवश्यकता है हमारे यहां पांचवी तक के स्कूल है पर पांचवी के आगे पढ़ने वाले बच्चों को दूसरे गांव में पढ़ने जाना पड़ता है इसलिए यहां मिडिल स्कूल की आवश्यक है इस समस्या को हम शासन के सामने रखेंगे और गुजारिश करेंगे कि जल्दी से जल्दी स्कूल के बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए दूर जाना ना पड़े।

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