मध्यप्रदेश

जो प्रभु पर विश्वास कर लेता है, प्रभु उसकी हर चिंता, हर फ़िक्र को दूर करते हैं…

जो प्रभु पर विश्वास कर लेता है, प्रभु उसकी हर चिंता, हर फ़िक्र को दूर करते हैं।

याद रखो! जब ये स्वांस खर्च हो जाएगी, तब ये शरीर किसी काम का नहीं रह जाएगा

उज्जैन। वक्त गुरु परम सन्त बाबा उमाकान्त महाराज ने जोधपुर जिले के दईजर में स्थित बाबा जयगुरुदेव आश्रम पर दिए सतसंग में बताया जो प्रभु पर विश्वास कर लेता है, प्रभु उसकी हर चिंता, हर फ़िक्र को दूर करता है। उसको जानकारी हो जाती है, ज्ञान हो जाता है। सतसंगों में यह ज्ञान कराया जाता है कि मनुष्य को जितनी उम्र का जीवन मिला है, वह कुछ समय बाद ख़त्म हो जाएगा। स्वांस से ही ये शरीर चलता है। जब ये स्वांस खर्च हो जाएगी, तब ये शरीर किसी काम का नहीं रह जाएगा। इसमें सड़न, गलन, बदबू पैदा हो जाएगी।

इंसान अपनी मौत को ही भूल रहा है

आजकल के इस व्यस्त जीवन शैली में, मनुष्य अपनी मौत को भूल रहा है, जो एक न एक दिन सबको आनी ही है। इसीलिए कल की फ़िक्र करता है, जिस कल को किसी ने देखा ही नहीं है। उस कल की फ़िक्र करता है और उस प्रभु को भूल जाता है जो बच्चे के पैदा होने के पहले ही उसके पालन पोषण की व्यवस्था कर देता है। वर्तमान में मनुष्य उसी प्रभु को भूल रहा, जिसकी शक्ति के द्वारा इस दुनिया – संसार का संचालन हो रहा है। जो प्रभु सबको देता है, उसके लिए महात्माओं ने कहा,

“अजगर करै न चाकरी, पंछी करै न काम।
दास मलूका कह गए, सबके दाता राम।।”

जो आदमी का लक्ष्य होता है, उसके हिसाब से सन्त फल दिलाते हैं

सभी मनुष्यों का लक्ष्य अलग-अलग होता है। किसी को संतुष्टि है कि भगवान है, तो लोगों के बताने समझाने पर वो भगवान का नाम लेता है कि भगवान हमारी मदद करेंगे। कोई ये लक्ष्य बनाता है कि हम भगवान की जानकारी भी करेंगे और उनका दर्शन भी करेंगे। जो जिज्ञासु होते हैं, वे खोजते हैं कि कोई रास्ता बताने वाले मिलें। जब सन्त मिल जाते हैं, तब वे प्रभु से मिलने का रास्ता बताते हैं और मदद भी करते हैं। जिससे इसी मनुष्य शरीर में उस प्रभु का दर्शन-दीदार हो जाता है।

बीमारी व तकलीफों में आराम देने वाला नाम “जयगुरुदेव”

किसी भी बीमारी, दुःख, तकलीफ, मानसिक तनाव (टेंशन )में शाकाहारी, सदाचारी, नशामुक्त रहते हुए जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव की नामध्वनि रोज सुबह-शाम बोलिए व परिवार वालों को बोलवाइए और फायदा देखिए।

Related Articles

Back to top button