NBL, 15/12/2024, Lokeshwar Prasad Verma Raipur CG: The opposition has found an MP Priyanka Vadra Gandhi who looks like former Prime Minister Indira Gandhi, but this is the democracy of the new India, it knows everything. The power of the country is now in the hands of the Hindus of the country? पढ़े विस्तार से....
अच्छा लगता है जब हमारे बीच से कोई नेता सांसद, विधायक या देश के अन्य विभागों का जनप्रतिनिधि बनता है, उसी तरह प्रियंका वाड्रा गांधी, कांग्रेस और उसके गठबंधन के नेताओं को तारणी देवी का साथ मिला है, विपक्ष को प्रियंका वाड्रा गांधी के रूप में इंदिरा गांधी जैसी तेज तर्रार नेता मिली है, लेकिन विपक्षी दलों के नेताओं के लिए यह बहुत बड़ी गलतफहमी है, क्योंकि हर व्यक्ति की अपनी ताकत होती है जो पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के पास थी और समय भी साथ देता है, उस समय कांग्रेस का वर्चस्व और देश का लोकतंत्र कांग्रेस के पास था। अब वही कांग्रेस बेबस है और अपने राजनीतिक स्तर को सुधारने के लिए संघर्ष कर रही है।क्योंकि एक चाय बेचने वाला और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को अपनी ईमानदारी का प्रमाण पत्र देकर विपक्षी दलों के नेता राहुल गांधी और उनके गठबंधन के नेताओं की राजनीतिक हालत खराब कर दी है। आज संविधान खतरे में है कहने वाले नेताओं की पार्टियों का राजनीतिक भविष्य खतरे में है। उनकी अपनी पार्टी का संविधान सही रास्ते पर नहीं है और देश के कांग्रेस समर्थकों की हालत खराब है, जो सदियों से कांग्रेस का वोट बैंक रहे हैं। आज देश में भाईचारा खतरे में है बोल रही है, मणिपुर, संभल और देश के अन्य स्थानों पर लोकतंत्र सुरक्षित नहीं है। मौजूदा भाजपा एनडीए सरकार ने देश की सारी संपत्ति उद्योगपति अडानी को सौंप दी है। भाजपा ने बहुत सारे गलत काम किए हैं, जिसके बारे में केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका वाड्रा गांधी ने संसद में विस्तार से खुलकर बात की। प्रियंका वाड्रा गांधी के ये सभी बेबाक शब्द विपक्षी दलों के नेताओं के लिए संजीवनी साबित होते नजर आ रहे हैं। लेकिन सच के सामने झूठ ज्यादा देर तक नहीं टिकता। देश के लोकतंत्र को पीएम नरेंद्र मोदी से पता चल गया है कि विपक्ष किस तरह देश में अफवाह फैलाकर राजनीति करता है, वह इस तरह से अपनी राजनीति कैसे चला सकते हैं, क्योंकि देश का लोकतंत्र अब झूठ को बहुत आसानी से पकड़ लेता है।
अब भारत की जनता बहुत समझदार हो गई है कि भारत की रक्षा कैसे करनी है। पहले के लोग चाटुकार बुद्धिमान व गद्दार किस्म के लोगों की बातों पर विश्वास कर लेते थे। अब सोशल मीडिया और इंटरनेट का जमाना है जिसके माध्यम से पता लगाया जा सकता है कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ, या कौन नेता गलत ज्ञान दे रहा है। इन्ही सब जानकारी से कांग्रेस की पोल खोल देती है कि उसने देश हित में कितना अच्छा काम किया है या नहीं किया है, आज के नेता भारत की जागरूक जनता को आसानी से मूर्ख नहीं बना सकते। भाजपा नए भारत के नए अवतार के साथ चल रही है।
इसीलिए वह भारत में दिन-प्रतिदिन तरक्की कर रही है, और वही कांग्रेस अपने पूर्वजों के शासन की वही पुरानी रील चला रही है और कुछ नया करने के बारे में नहीं सोच पा रही है। यह उनको अपने परिवार से विरासत में मिली मुफ्त की राजनीति है, जिसके कारण आज कांग्रेस वंशवाद की राजनीति से उबर नहीं पा रही है। और उनके कई सहयोगी दलों की हालत भी यही है। उनको अपने पूर्वजों से मुफ्त की राजनीति विरासत में मिली है, मुफ्त की सत्ता का सुख भोगने वाले नेता आज उसी सत्ता सुख के लिए बेचैन हैं। लेकिन अब नेता अपनी खुशी की चिंता करना छोड़ कर देश के लोकतंत्र की खुशी की चिंता करेंगे वही नेता और उनकी राजनीतिक पार्टियां देश में सत्ता हासिल करेंगी। अब देश का लोकतंत्र भारत की ताकत को बढ़ाना चाहता है ताकि भारत विश्व पटल पर नंबर वन बना रहे और दुनिया के देशों में भारत की छवि साफ और सम्मानीय बनी रहे।
अगर आज बीजेपी भारत के सभी सनातनी हिंदुओं को एकजुट कर रही है तो इसका मतलब है कि वो भारत को मजबूत बना रही है।अगर हिंदुओं में जाति भेद खत्म हो जाए तो समझ लीजिए कि भारत एक बहुत शक्तिशाली देश बन जाएगा और उसके साथ ही बीजेपी भी एक शक्तिशाली राजनीतिक पार्टी बन जाएगी जिसे तोड़ पाना कांग्रेस और उसके सहयोगियों के लिए बहुत मुश्किल होगा। और कुछ हद तक देश में हिंदू एकता का प्रमाण देखने को मिल रहा है। हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई भाई-भाई होने की परिभाषा अब पूरी तरह बदल चुकी है। अब भारत के हिंदू भारत को तोड़ने की राजनीति करने वाली पार्टियों को सबक सिखाने के लिए एकता बना रहे हैं।
जिसका नजारा देश की विपक्षी पार्टियों ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में देखा है। जब मुस्लिम वक्फ बोर्ड है तो फिर सनातनी हिंदू बोर्ड क्यों नहीं हो सकता? अब भारत के हिंदुओं द्वारा कांग्रेस से सवाल पूछा जा रहा है, जिसने अपने शासन के दौरान मुसलमानों के लिए मुस्लिम वक्फ बोर्ड बनाया, लेकिन कांग्रेस ने हिंदुओं की बड़ी आबादी के पक्ष में कोई कानून नहीं बनाया, क्यों? संविधान से अलग भारत में इन मुसलमानों के लिए वक्फ बोर्ड का कानून क्यों है? अब वही कांग्रेस जाति जनगणना की बात करके देश के हिंदुओं को बांटकर अपने पक्ष में करना चाहती है, क्योंकि भारत के मुसलमान पहले से ही कांग्रेस के पक्ष में हैं, अगर आधी हिंदू आबादी उनके पक्ष में आ गई तो उनके लिए सत्ता हासिल करना आसान हो जाएगा, इसे ही फूट डालो और राज करो की नीति कहते हैं। कांग्रेस वही करना चाहती है जो सदियों पहले अंग्रेजों ने भारत में किया था। लेकिन भाजपा की हिंदू एकता उनकी गलत मानसिकता को सफल नहीं होने देगी, भाजपा की राजनीति भी हिंदुओं के पक्ष में बहुत मजबूत है।
अगर भारत के हिंदू देश में एकता कायम नहीं रख पाए तो आने वाले समय में भारत का हर नागरिक कर्ज तले दब जाएगा। मैं आपको डरा नहीं रहा बल्कि ये असली सच्चाई है। क्योंकि सालों से भारत में सत्ताधारी नेताओं के जरिए भारत के हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार और घोटाले होते आए हैं और आज भी ये कभी-कभार देखने को मिल जाते हैं। ये भारत की एक परंपरा बन गई है जो आज देश के लोकतंत्र में देखने को मिल रही है। प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों में भी यही था और आज भी है जिस पर से आज की जागरूक जनता पर्दा हटाकर लगाम कसने में सफल हो रही है। सोशल मीडिया के जरिए अब भारत का हर नागरिक समझदार होता जा रहा है जो अपने मूल अधिकारों के लिए लड़ना सीख रहा है।
और इन भ्रष्ट लोगों को उनकी जगह दिखा रहा है। क्योंकि आज भारत को एक मजबूत और स्थिर सरकार की जरूरत है और जब से भारत की सत्ता बीजेपी के हाथों में आई है तब से भ्रष्ट नेताओं में कमी आई है खासकर पीएम नरेंद्र मोदी के सभी कैबिनेट मंत्री ईमानदार हैं। यदि आज भाजपा अपने मंत्रियों को ईमानदारी का पाठ पढ़ा रही है और ईमानदारी की ऐसी पीढ़ियां भारत में आगे बढ़ती रहीं तो भारत तीव्र गति से विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा और भारतीय सनातनी हिंदुओं की एकता इस विकास को गति प्रदान करेगी। क्योंकि पिछली कांग्रेस सरकार अपने कार्यकाल में इन सनातनी हिंदुओं को ठगती रही है और वक्फ बोर्ड एक्ट के माध्यम से भारत की मूल संस्कृति और सिद्धांतों को न मानने वाले मुसलमानों को हिंदुओं से ज्यादा ताकत दी गई है और कांग्रेस के इस दोहरे मापदंड ने भारत के सभी धर्मों में भाईचारा पैदा नहीं किया बल्कि फूट पैदा की है। भाईचारे का झूठा पाठ पढ़ाकर भारतीय सनातनी हिंदुओं को धोखा दिया है।
अब सोने का समय नहीं है, अब जागने का समय है। भारत का विकास, भारत की संस्कृति और सभ्यता, भारत के हर क्षेत्र का आधुनिकीकरण और सभी धर्मों का आर्थिक विकास करना तथा भारत के सभी धर्मों में सनातनी हिंदुओं की मानव प्रेम की छवि के साथ उनकी बिगड़ी हुई स्थितियों को सुधारना और भारत में एक स्थिर सरकार बनाना भारत के प्रत्येक सनातनी हिंदू की जिम्मेदारी है।
भारत के संविधान की रक्षा के लिए सनातनी हिंदुओं को दूरदर्शिता की आवश्यकता है क्योंकि भारत के संविधान का सम्मान करना हमारे अधिकार क्षेत्र में आता है। इसके मार्ग पर चलकर सनातनी हिंदुओं के लिए अपने धर्म की रक्षा करना संविधान का सबसे बड़ा सम्मान है। भारत के प्रत्येक सनातनी हिंदू के घर में संविधान की एक पुस्तक होनी चाहिए और उन्हें अपने बच्चों को संविधान में लिखे प्रत्येक शब्द को पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि हमें कानून की मर्यादाओं का पालन करने का सही नियम पता चले ताकि भारत और भारत के सनातनी हिंदू मजबूत बन सकें। आज सभी हिंदू जातियों के बीच एकता की सच्ची अभिव्यक्ति संविधान को पढ़ना है। शिक्षा की शक्ति से भारत मजबूत बनेगा।
हिंदुओं की एकता का मतलब यह नहीं है कि हम हिंदू दूसरे धर्म के लोगों को डराने के लिए या उनके अधिकारों को छीनने के लिए एकजुट हों, बल्कि हमें सनातनी हिंदू धर्म की एकता के माध्यम से भारत में एक मजबूत सरकार बनानी चाहिए और भारत के प्रत्येक नागरिक को कई लाभकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए, जैसे अब भाजपा ने हिंदुओं की एकता के बल पर अपनी सरकार बनाई है और सबका साथ सबका विकास की नीतियों के साथ, भारत के सभी धर्मों के लोगों को लाभ मिल रहा है, लेकिन अन्य धर्मों के लोग, विशेष रूप से मुस्लिम भाई-बहन लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
लेकिन भारत में एक मजबूत सरकार बनाने में योगदान नहीं दे पा रहे हैं। भारत के मुसलमानों के भारत की कई राजनीतिक पार्टियों के साथ अपने संबंध हैं जो टुकड़ों में विभाजित हो जाते हैं, इसलिए भारत में सनातनी हिंदुओं को एकता बनाकर भारत में एक स्थिर और मजबूत सरकार बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए ताकि भारत मजबूत बन सके और सनातनी हिंदू भी मजबूत बन सकें। आज अन्य देशों में सनातनी हिंदुओं की स्थिति बहुत खराब है, इसलिए हिंदुओं को एकता बनाए रखना भारत में बहुत जरूरी है क्योंकि इस धरती पर कई दुश्मन लोग व दुश्मन देश हैं जो भारत को बुरी नजर से देखते हैं।