शरद पूर्णिमा का कार्यक्रम 6 और 7 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में, जालौन जिले के उरई में होगा और वहाँ दुख-निवारण झंडा भी लगेगा…

शरद पूर्णिमा का कार्यक्रम 6 और 7 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में, जालौन जिले के उरई में होगा और वहाँ दुख-निवारण झंडा भी लगेगा
आइये! पाँच नाम का दान लीजिये और जब तक दुनिया में रहिये, सुखी रहकर अन्त में हमेशा के लिए दुःख के संसार से मुक्ति पा जाइये
उरई। इस समय पर देश और दुनिया में इन्सान सुखी रहने के लिए अपने तन और मन को पापी बना कर तरह-तरह की बीमारी, लड़ाई, झगड़ा, बेरोजगारी जैसी समस्यायें पैदा कर ले रहा है। सच्चे सन्त और सतसंग के ना मिलने के कारण तकलीफों से आराम पाने के लिए उपाय तो बहुत कर रहा है, लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही है। सभी की तकलीफें दूर हों, शान्ति, सुकून व बरकत मिले, कुदरती कहर कम हो, मनुष्य शरीर किस लिए मिला है, इसको समझाने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
कार्यक्रम में शरीक होने वालों को दैहिक, दैविक और भौतिक कष्टों से भाव भक्ति के अनुसार लाभ मिलेगा
शरद पूर्णिमा के अवसर पर वक्त गुरु परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज अपने मुख्य आश्रम उज्जैन से उरई, जालौन पधार रहे हैं। दुःख में राहत मिले, मानवता और प्रेम लोगों में आवे, लोग धार्मिक बनें; काम, क्रोध, लोभ पर विजय मिले तथा इसी मनुष्य शरीर में भगवान का दर्शन हो; नर्क-चौरासी व जनम-मरण की पीड़ा से छुटकारा मिल जाये इसका उपाय बाबा जी सतसंग में बताएँगे। कार्यक्रम में दुःख निवारण झंडा भी लगेगा।
आइये ! पाँच नाम का दान लीजिये और जब तक दुनिया में रहिये, सुखी रहकर अन्त में हमेशा के लिए दुख के संसार से मुक्ति पा जाइये। इस कार्यक्रम में शरीक होने वालों को दैहिक, दैविक और भौतिक सभी तरह के कष्टों से भावभक्ति के अनुसार लाभ मिलेगा साथ ही भजन करने वालों को भजन में तरक्की का अनुभव होगा। अतः आप सभी जाति मजहब के मानने वालों से गुजारिश है कि इस निःशुल्क अराजनैतिक कार्यक्रम में सपरिवार समय से पधार कर फायदा उठा लीजिए।
कार्यक्रम का स्थान व समय
बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा सतसंग व नामदान – 6 अक्टूबर को प्रातः 6 बजे एवं सायं 4 बजे, 7 अक्टूबर को प्रातः 6 बजे।
स्थान – नवीन मंडी स्थल, कानपुर हाइवे, उरई, जिला – जालौन, उत्तर प्रदेश।



