CG – मस्तूरी का वो स्कूल जो युक्तियुक्तकरण के बाद भी झेल रहा शिक्षकों की कमी बीजेपी सरकार थपथपा रही अपनी पीठ क्या बोलें बी ई ओ मस्तूरी जानें पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर//पूरे छत्तीसगढ़ में एक तरफ युक्तियुक्तकरण को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार अपने पीठ थपथपा रही है और कह रही है कि युक्तियुक्तकरण से शिक्षकों की समस्या दूर हो गई है और ऐसे कई स्कूल थे जहां एकल शिक्षक के भरोसे पूरा स्कूल चल रहा था जिन समस्याओं को युक्तियुक्तकरण के बाद सुलझा लिया गया है अब सभी स्कूलों में समान शिक्षक सुचारू रूप से पढ़ाई की व्यवस्था को देखेंगे वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में विपक्ष में बैठे कांग्रेस के नेताओं के द्वारा पूरे छत्तीसगढ़ में युक्तियुक्तकरण को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन हर जिले और हर ब्लॉक लेवल पर किया जा रहा है उनका कहना है कि जिस समय नया स्कूल खोला गया था उस समय प्रदेश में बीजेपी की ही सरकार थी उनके द्वारा ही सर्वे कराकर नए स्कूलों का शुभारंभ किया गया था और आज उनके सरकार में आते ही कई हजार स्कूलों को बंद कर दिया गया दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के मस्तूरी विधानसभा के अंतिम छोर में बसे ग्राम पंचायत अमलडीहा के आश्रित ग्राम उदईबंद में एक ऐसा भी स्कूल है जहां कहने को तो दो शिक्षक हैं कृष्ण कुमार कुर्रे और शंकर कैवर्त पर यहां स्कूल में एक भी शिक्षक बच्चों को पढाने के लिए उपलब्ध नहीं है शंकर कैवर्त का 19 से 25 तारीख तक कही ट्रेनिंग में ड्यूटी लगाई गई हैँ वही दूसरे शिक्षक जिनका नाम कृष्ण कुमार कुर्रे हैँ जो लकवा पेसेंट हैँ अब ऐसे में शासकीय प्राथमिक शाला उदयबंद का क्या हाल होगा यहां के बच्चों के पढ़ाई का स्तर कहाँ जाएगा बच्चों का भविष्य कैसा होगा और पेरेंट्स की चिंता लगातार बढ़ रही है इसके पीछे क्या कारण है आप सबको बताने की जरूरत नहीं है आपको बताते चलें की पिछले साल भी यहाँ के बच्चों के पालकों नें स्कूल भवन की जर्ज़र स्थिति कों लेकर धरना दिया था जिसके बाद अधिकारीयों के आश्वासन के बाद धरना ख़त्म किया गया था अब वही पालक फिर से जर्ज़र भवन और स्कूल में शिक्षकों की कमी के लिए प्रदर्शन कर रहें हैँ पूरा गाँव पूरी पंचायत बॉडी इंक्लूड़ी सरपंच इनके साथ खड़े हैँ।
क्या बोलें बी ई ओ मस्तूरी ईश्वर सोनवानी…
मस्तूरी शिक्षा विभाग प्रमुख ईश्वर सोनवानी का कहना हैँ की उदयबंद का मामला संज्ञान में हैँ जुलाई तक शिक्षकों की ब्यवस्था हर हाल में की जाएगी वही जर्ज़र भवन ब्यवस्था कों लेकर उन्होंने कहा की डीएमएफ फण्ड से 4 लाख 50 हजार मुख्यमंत्री जतन योजना से 3 लाख 90 हजार जारी हुआ था जो रकम पंचायत के खाते में डाला गया जिसकी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत पूर्व सरपंच अमलडीहा था।