तत्कालीन सरपंच फर्जीवाड़ा राशि निकाल नही कराया अनेको काम, वर्तमान सरपंच व पंचों में नाराजगी, ग्रामीण कर रहे राशि गबन की बात मनरेगा से स्वीकृत लाखों के एक काम मे भी बड़ा गड़बड़झाला पढ़े पूरी ख़बर
कोरबा/पोड़ी/उपरोड़ा//ग्राम सिंघिया में रोजगार सहायक का कारनामा सामने आया था जिसमे अपात्र को पीएम आवास का पात्र लाभार्थी बनाकर स्वीकृत आवास के 1.20 लाख की पूरी राशि फर्जी जियोटैग के माध्यम से निकाल बंदरबांट कर ली गई। जिस मामले की खबर प्रसारित करने के बाद हड़बड़ाए रोजगार सहायक द्वारा आनन फानन में आवास निर्माण का कार्य प्रारंभ कराया गया है। वही दूसरे मामले में इस पंचायत के तत्कालीन सरपंच ने अनेक निर्माण कार्यों की राशि तो निकाल ली लेकिन काम नही कराया। इसे लेकर वर्तमान सरपंच और पंचों में नाराजगी है, जबकि ग्रामीणजन तत्कालीन सरपंच द्वारा राशि गबन कर दिए जाने की बात कह रहे है।
पोड़ी उपरोड़ा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत सिंघिया की तत्कालीन सरपंच सहोद्रा पैकरा ने अपने कार्यकाल में अनेको कार्य की प्रारंभिक राशि निकाल ली लेकिन धरातल पर उन कार्यों की नींव तक नही रखी गई। उन्होंने सचिव के सहयोग से विभिन्न मदो से लाखों रुपए आहरण की है। जिनमे देवगुड़ी निर्माण के लिए वर्ष 2023- 24 में डीएमएफ मद से 3 लाख की स्वीकृत राशि मे 1.20 लाख निकाली गई है। पचरी निर्माण के लिए 2024- 25 में 15वें वित्त से प्रस्तावित राशि 1.92 में 76 हजार, समग्र शिक्षा मद से प्राथमिक शाला में 8 लाख के स्वीकृत अतिरिक्त कक्ष निर्माण के 2.16 लाख व स्वामी आत्मानंद विद्यालय में विभिन्न कार्य हेतु 2023- 24 में लाखों की राशि आहरण किया गया है। वहीं 2017- 18 में स्वीकृत एक आंगनबाड़ी भवन निर्माण भी पूर्व सरपंच द्वारा नही कराया गया है। जब वर्तमान सरपंच मनोज टेकाम को पंचायत प्रभार सौंपे जाने के दौरान उक्त कार्यों के राशि आहरण के बाद भी कार्यस्थल पर किसी भी प्रकार के निर्माण नही कराने की जानकारी सामने आने के बाद नवनिर्वाचित सरपंच व पंचों में खासी नाराजगी है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत में कई योजनाओं के नाम पर चुपके से लाखों रुपए निकाल लिया जाता है, जहां मौके पर काम तक शुरू नही हुआ है। तत्कालीन सरपंच ने सचिव के साथ मिलकर पंचायत मद के क्रियान्वयन में भारी अनियमितता बरती है। कई योजनाओं का चयन ग्राम सभा मे नही किया गया और बिना काम राशि की निकासी धड़ल्ले से किया गया। इन सब बातों की शिकायत किये जाने पर भी कोई कार्रवाई नही हुई और अनेक योजनाएं फाइलों में ही बनकर रह गई। पुष्ट सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई है कि इस पंचायत अंतर्गत वर्ष 2024- 25 में मनरेगा से स्वीकृत लाखों के एक निर्माण कार्य मे भी बड़ा गड़बड़झाला हुआ है, जिसे अगले खबर में विस्तृत रूप से प्रसारित किया जाएगा।