वंदना सिंह बनीं ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर: सौर ऊर्जा से घटा बिजली बिल, बढ़ी बचत और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बढ़ाया कदम….

रायपुर: प्रधानमंत्री “सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना” के माध्यम से देश में ऊर्जा आत्मनिर्भरता की नई क्रांति शुरू हो चुकी है। अब आम नागरिक भी सौर ऊर्जा का उपयोग कर न केवल अपनी बिजली की जरूरतें पूरी कर रहे हैं, बल्कि स्वयं ऊर्जा उत्पादक बनते जा रहे हैं। अम्बिकापुर की श्रीमती वंदना सिंह इस परिवर्तन की सशक्त मिसाल हैं, जिन्होंने सौर ऊर्जा अपनाकर आत्मनिर्भर ऊर्जादाता बनने की दिशा में सराहनीय पहल की है।
एक लाख 8 हजार की सब्सिडी प्राप्त
श्रीमती वंदना सिंह ने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सोलर रूफटॉप पैनल स्थापित कराया है। इससे अब वे अपनी बिजली जरूरत स्वयं पूरी कर रही हैं और अतिरिक्त ऊर्जा विद्युत विभाग को बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित करने लगी हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना के तहत उन्हें केंद्र सरकार से 78 हजार और राज्य सरकार से 30 हजार की कुल एक लाख 8 हजार की सब्सिडी प्राप्त होगी। इस वित्तीय सहायता से सोलर पैनल लगाने की लागत में उल्लेखनीय कमी आई है, जिससे यह योजना अब सामान्य परिवारों के लिए भी किफायती और सुलभ हो गई है।
प्रदूषण रहित नवीकरणीय ऊर्जा का स्रोत
पहले उनके घर में बिजली की खपत अधिक होने के कारण हर महीने भारी बिल आता था, परंतु अब सौर ऊर्जा से बिजली उत्पन्न होने से खर्च में भारी कमी आई है। वे कहती हैं कि अब हमें गर्व है कि हम अपने घर की जरूरत की बिजली स्वयं बना रहे हैं। इससे हमारी बचत बढ़ी है और पर्यावरण भी स्वच्छ बना है। यह प्रदूषण रहित और पूरी तरह नवीकरणीय ऊर्जा का स्रोत है। उन्होंने आगे बताया कि इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि जो अतिरिक्त बिजली उत्पादन होता है, उसे विद्युत विभाग को बेचने पर भुगतान भी मिलता है। इस प्रकार आम नागरिक उपभोक्ता के साथ-साथ ऊर्जादाता बनकर आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।
देश सच में ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा
वंदना सिंह ने नागरिकों से अपील की कि सभी लोग अपने घरों में सोलर पैनल लगवाएं, शासन की सब्सिडी का लाभ लें और सूर्य की रोशनी से अपने जीवन को रोशन करें। उन्होंने कहा कि
जब हर घर अपनी बिजली खुद बनाएगा, तब हमारा देश सच में ऊर्जा आत्मनिर्भर बनेगा।
सरगुजा जिले में सौर ऊर्जा क्रांति की प्रगति
सरगुजा जिले में प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना के तहत 2,000 सौर संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब तक 1,024 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो लक्ष्य का लगभग 51 प्रतिशत है। इनमें से 286 प्रकरण बैंकों को स्वीकृति के लिए भेजे गए हैं, जबकि 162 घरों में सोलर रूफटॉप संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं। तेजी से बढ़ते इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि जिले में यह योजना ऊर्जा आत्मनिर्भरता और हरित विकास की दिशा में निरंतर प्रगति कर रही है।
 
				


