कब हुआ कृतिम आंख का आविष्कार जानते है कृतिम अंग विशेषज्ञ डॉ सुमित्रा से…

कब हुआ कृतिम आंख का आविष्कार जानते है कृतिम अंग विशेषज्ञ डॉ सुमित्रा से।
डॉ सुमित्रा अग्रवाल
यूट्यूब आर्टिफीसियल आई को
कोलकाता
कोलकाता। कृत्रिम आँख (आर्टिफिशियल आई) का आविष्कार मुख्य रूप से नेत्रहीन या जिनकी आंखें क्षतिग्रस्त हो गई हों, उनके लिए एक समाधान के रूप में किया गया था। कृत्रिम आंखें सौंदर्य और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए बनाई जाती हैं, ताकि जिन लोगों की आंखें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, वे सामान्य रूप से दिख सकें।
कृत्रिम आंख का इतिहास:
प्राचीन काल : कृत्रिम आंखों का इतिहास हजारों साल पुराना है। सबसे पुरानी कृत्रिम आंख लगभग ५००० साल पहले ईरान में खोजी गई थी। इसे मिट्टी और बिटुमेन से बनाया गया था।
मिस्र सभ्यता : मिस्र में भी ३००० साल पहले कृत्रिम आंखों का प्रयोग होता था, जो लकड़ी, पत्थर, और कीमती धातुओं से बनाई जाती थीं।
आधुनिक युग : आधुनिक कृत्रिम आंखें १६ वीं सदी में यूरोप में विकसित होने लगीं। उस समय इन्हें कांच से बनाया जाता था।
२० वीं सदी: प्लेक्सिग्लास (एक्रेलिक) से बनने वाली आंखें ज्यादा हल्की, टिकाऊ और प्राकृतिक दिखने लगीं।