क्यों ग्रामीण कालिंदी इस्पात प्रबंधन पर हैँ आक्रोषित स्टाम्प पेपर में किए वादे भूल गए एमडी आनन्द सिंघानिया सुशासन तिहार में शिकायत बेअसर कार्रवाई कब पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर//खपरी बेलपान स्थित कालिंदी इस्पात इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रही हैँ अभी कुछ दिनों पहले एक ग्रामीण की मौत प्लांट में काम करते हुए हुआ था वो मामला शांत हुआ भी नहीं की अब आसपास सरपंचो नें मोर्चा फिर से खोल दिया हैँ और कालिंदी इस्पात के खिलाफ सुशासन तिहार में 25 मई कों शिकायत किया गया है जिसमें ग्रामीणों और सरपंचो नें अपनी सभी समस्याओं कों शासन प्रशासन कों बताया हैँ हालांकि साय सरकार सुशासन तिहार में ग्रामीणों की सभी शिकायत और मांग पत्रों कों प्रमुखता से निराकरण करने की बात कह तो रही हैँ पर अभी तक रहटाटोर आमगाँव मानिकचौरी सरपंच के साथ ग्रामीणों कों इस मामले में सिर्फ निराशा ही हाथ लगी हैँ देखना होगा सुशासन तिहार 2025 में किए गए वादे पर बीजेपी सरकार कितना सीरियस हैँ क्यों की छोटे छोटे मामले तो यू ही अधिकारी निपटा कर अपनी पीठ थपथपा रहें हैँ पर बात कालिंदी जैसी बड़े उद्योग की आती हैँ तो सभी अधिकारी चुप्पी साध लेते हैँ अगर कालिंदी इस्पात के खिलाफ किए गए शिकायत की जाँच नहीं होती कार्रवाई नहीं होती तो निश्चित रूप से सुशासन तिहार पर भी सवालिया निशान लगना लाजमी हैँ इसमें अधिकारीयों के साथ बीजेपी सरकार की साय सरकार की भी इमेज ख़राब होगा क्यों की यहाँ बात किसी एक इंसान की नहीं हैँ यहाँ बात हजारों ग्रामीणों से जुड़ा हैँ जिसका असर भविष्य के आम चुनाव में पार्टी कों झेलनी पड सकती हैँ।
एम डी द्वारा स्टाम्प पेपर में किए गए वादे आज भी अधूरे…
1 जैसे आनन्द सिंघानिया द्वारा शपथ पत्र में शिवनाथ नदी से पानी लाकर प्लांट कों चलानें की बात कहना
2 प्लांट के जीएम अरविन्द सिंह कों हटाकर किसी छत्तीसगढ़ के पढ़े लिखें लोकल कों जी एम बनाना
3 आसपास सभी गाँवो में विकास कार्यों के लिए फण्ड मुहैया कराना सी एस आर मद से लगभग 2 करोड़
4 क्षेत्रीय प्रभावित किसानों कों फसल की मुवावजा राशि देनें की बात भी इसमें शामिल था पर क्या हुआ ऐसे ही कई वादे कालिंदी इस्पात द्वारा ग्रामीणों से किया गया था जो अभी तक अधूरे हैँ जिसके कारण क्षेत्र वासी हर हाल में मुक्ति चाहते हैँ जाँच चाहते हैँ देखना होगा सुशासन तिहार में लगे अधिकारी कब इस मामले कों ग्रामीणों की समस्या कों समझ कार्रवाई करते हैँ।