छत्तीसगढ़

भ्रष्टाचार की भुखमरी कागजों में 9.28 लाख का कार्य सुधार के अभाव में पंचायत भवन खंडहर में तब्दील सामुदायिक भवन में संचालित हो रहा कार्यालय पूर्व सरपंच और सचिव पर आरोप पढ़े पूरी ख़बर

कोरबा/कटघोरा//सरकार पंचायत को प्रतिवर्ष लाखों रुपए देती है, ताकि गांव का विकास हो और ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान होना न पड़े। लेकिन कुछ पंचायतों में भ्रष्ट्र मानसिकता वाले सरपंच सचिव ग्राम विकास की राशि से अपने निज विकास को महत्त्व देते है। जिससे गांव का विकास उपेक्षित हो अधर पर लटक जाता है और गांव की जनता को सरकार की योजनाओं का लाभ नही मिल पाता। ऐसे ही भ्रष्ट्र मानसिकता वाले चाकाबुड़ा की शातिर सचिव रजनी सूर्यवंशी व तत्कालीन सरपंच पवन सिंह कमरो ने मिलकर भ्रष्ट्राचार की सारी हदें पार कर दी और पंचायत निधि के मूलभूत, 14वें व 15वें वित्त के लाखों की राशि को बेखौफ होकर लुटा व अपना निजी विकास किया। नतीजतन बीते पांच साल में गांव का विकास काफी पीछे चला गया। सचिव और तत्कालीन सरपंच के मिलीभगत से वैसे तो इस पंचायत में इतने सारे गड़बड़ घोटाले हुए है, जिसकी जांच यदि निष्पक्ष तरीके से हो तो गत पंचवर्षीय गांव विकास के लिए शासन से जारी पंचायत निधियों के आधे से भी ज्यादा के राशि का चौकाने वाला गबन उजागर होगा। सरकारी योजनाओं का लाभ भी ज्यादातर ऐसे लोगों को दिया गया जो सरपंच सचिव के करीबी है। इन सबको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। सरपंच रहे पवन सिंह कमरो के बीते कार्यकाल में मरम्मत के नाम पर 9.28 लाख की राशि मूलभूत एवं 15वें वित्त मद से निकाली गई तथा कागजों पर शासकीय भवन, नाला, बोर, शौचालय, नाली मरम्मत का काम बताया गया है। जिनमे प्राथमिक शाला भवन मरम्मत हेतु राशि 49.938, 15 नग हेण्डपम्प व आंगनबाड़ी शौचालय और यात्री प्रतीक्षालय मरम्मत- 1.00.000, सोंगी नाला मरम्मत- 1.00.000, शासकीय भवन मरम्मत- 1.58.000, स्वास्थ्य केंद्र मरम्मत- 1.00.000, शौचालय व नाली मरम्मत- 49.360, पीडीएस व सामुदायिक भवन एवं स्वास्थ्य केंद्र मरम्मत- 44.000 व बोर मरम्मत कार्य पर 3.16.864 की राशि मूलभूत और 15वें वित्त से आहरित की गई है। इन आंकड़ों के हिसाब से यदि देखा जाए तो बीते पांच साल में मरम्मत के नाम पर अनाप- शनाप खर्च बता लाखों की राशि निकाली गई लेकिन जिस पंचायत भवन को वास्तविक मरम्मत की जरूरत थी, उसकी ओर ध्यान ही नही दिया गया। जबकि पंचायत भवन का कार्यालय ग्राम के लिये केंद्र बिंदु होता है, जहां पंचायत के सभी कार्य संचालित होते है और ग्रामीण विकास की रूपरेखा तैयार होती है, साथ ही ग्रामवासियों को सरकारी योजनाओं की जानकारी, कागजात बनवाने तथा अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुँच प्रदान करता है। कुल मिलाकर पंचायत भवन एक ग्राम पंचायत के लिए आवश्यक और महत्त्वपूर्ण जगह होता है। लेकिन दुर्भाग्य कि जिसके मरम्मत की ओर भ्रष्ट्रसुरों ने ध्यान ही नही दिया और अन्य मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए डकार लिए। हालात यह है कि ग्राम पंचायत कार्यालय सामुदायिक भवन में चल रहा है। इससे समझा जा सकता है कि गत पंचवर्षीय गांव का कितना विकास हुआ होगा। सचिव व तत्कालीन सरपंच के ग्राम विकास की राशि निगलने की ऐसी भुखमरी के कारण गांव में बुनियादी सुविधाओं का टोंटा है और ग्रामीणजन शासन के योजनाओं से वंचित हो चले है।

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