छत्तीसगढ़

CG – चुनाव बहिष्कार का दिखा असर : सुबह से शाम तक मतदाताओं का इंतजार करते रहे मतदानकर्मी, लेकिन नहीं आया एक भी वोटर, फिर हुआ ये.…

बलौदाबाजार। बलौदाबाजार विकासखंड के ग्राम पंचायत कुकुरदी में मतदान का बहिष्कार देखने को मिला। गांव के निवासियों ने सांवरा जाति के लोगों को पंचायत में शामिल करने का विरोध जताते हुए मतदान प्रक्रिया में भाग नहीं लिया और घरों में ही बैठे रहे। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन सांवरा जाति के लिए अलग व्यवस्था करे या उन्हें वहीं मतदान करने दिया जाए, जहां वे पहले से मतदान करते आ रहे हैं।

प्रशासन ने इस संवेदनशील स्थिति को ध्यान में रखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया था। जिसके बाद जिला एवं जनपद पंचायत चुनाव में सांवरा जाति के पुरुषों और महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित किया गया, इस दौरान कुल 198 सांवरा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि, ग्राम पंचायत कुकुरदी के अन्य ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे और मतदान प्रक्रिया से पूरी तरह दूर रहे।

ग्राम पंचायत कुकुरदी के निवासी पिछले दस वर्षों से सांवरा जाति को पंचायत में शामिल किए जाने का विरोध कर रहे हैं। पहले प्रशासन ने इस विरोध को ध्यान में रखते हुए सांवरा जाति के लोगों को बलौदाबाजार के वार्ड नंबर 2 में विधानसभा, लोकसभा और नगरपालिका चुनाव में शामिल किया था। लेकिन अब उन्हें फिर से कुकुरदी पंचायत के तहत मतदान करने के लिए जोड़ दिया गया, जिसके कारण ग्रामीणों में असंतोष फैल गया और उन्होंने चुनाव बहिष्कार कर दिया।

ग्रामीणों का कहना है कि सांवरा जाति के लोग पहले बलौदाबाजार में निवास करते थे और वहीं मतदान करते थे। बाद में, सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत उन्हें कुकुरदी बंजर क्षेत्र में बसाया गया। बावजूद इसके, वे अब तक बलौदाबाजार में ही मतदान करते आए हैं। लेकिन इस बार बिना किसी पूर्व सूचना के उन्हें फिर से कुकुरदी पंचायत में जोड़ दिया गया, जिससे हम नाराज हैं। यही कारण है कि हमने पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया है और आगे भी करेंगे।

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