CG – ग्राम पंचायत हरवेल में जल जीवन मिशन पानी टंकी अधुरा, ग्रामवासी परेशान…

ग्राम पंचायत हरवेल में जल जीवन मिशन पानी टंकी अधुरा
ग्रामवासी परेशान
हरवेल/विश्रामपुरी। कोंडागांव जिले के विकासखंड बड़ेराजपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत हरवेल स्थित जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत केंद्र सरकार के निर्देश अनुसार हर घर में नल जल घरों पर पानी आना चाहिए था पर तीन साल से यह का पानी टंकी तो बन गया पर रंगाई पुताई करके छोड़ दिया गया इस ग्राम में कुल 15 वार्ड आते हैं ग्रामीणो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जगह जगह पर पानी सप्लाई भी बंद हो चुका है।
ऐसा ही कुछ मामला ग्राम पंचायत हरवेल में जल जीवन मिशन का कार्य ठेकेदार और विभागीय लापरवाही के चलते अपूर्ण है, लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था करने दुर तक का सफऱ करना पड़ता है, ठेकेदार द्वारा मात्र टंकी का निर्माण कर दिया गया है और कुछ घरों के सामने टोंटी लगा दी गई है, लेकिन ग्रामीणों से इस सम्बन्ध में चर्चा करने पर उनका कहना था,आज तक उसमे एक बूंद भी पानी नहीं आया, कागजी खाना पूर्ति कर समस्या से निजात की बात विभाग कह रहा है,जबकि ठेकेदार और विभागीय लापरवाही के चलते शासन की यह महत्वाकांक्षी योजना दम तोड़ती नजर आ रही है, आखिर कब मिलेगी जनता को पानी की समस्या से निजात?कब होगी लापरवाह ठेकेदारों पर कार्यवाही ?
गर्मी भी अंतिम पहुंच गया फिर भी अभी तक किसी भी प्रकार कि अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को जानकारी नहीं है ग्रामीणों का कहना है कि बहुत बार इसके बारे में जानकारी दी गई फिर भी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं| काम करने वाले भी लापरवाही और साथ साथ ठेकेदार भी मनमानी कर रहे हैं।केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन , जिसे 15 अगस्त 2019 को लागु किया गया था , इस योजना का मुख्य उद्देश्य है,सुदूर अंचल से लेकर हर ग्राम के प्रत्येक घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करना ,जिससे आम जनमानस को पानी की समस्या से निजात मिल सके,और शासन की इस योजना को 2024 तक पूर्ण किया जाना है,लेकिन इस योजना की जमीनी सच्चाई कुछ और ही बयां करती है।
ग्राम पंचायत हरवेल सरपंच महेश नेताम ने कहा ~ दो से तीन साल हो गया है छ महीने बीत गया है गर्मी भी चला गया और बरसात भी पहुंचने वाला है अभी तक पानी टंकी नहीं बन पाया है अधुरा है जगह-जगह पानी सप्लाई भी नहीं हुआ है आवेदन दिए थे लेकिन निराकरण नहीं हुआ है बस आश्वासन ही दिया जा रहा है| इस ओर अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए।