CG – रिस्दा में टी.आर.जोशी आवास मित्र रहते लड़ा जिला पंचायत चुनाव लगा आरोप सुशासन तिहार में शिकायत कार्रवाई? जानें पूरा मामला पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर//मस्तूरी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत रिस्दा में आवास मित्र टी.आर.जोशी के नाम राघवेंद्र चंदेल ने जो पहले हीं क़ृषि के क्षेत्र में राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित हो चुके हैँ उन्होंने सुशासन तिहार में आवास मित्र रहते हुए चुनाव लड़ने का टी.आर.जोशी पर गंभीर आरोप लगाया है उन्होंने बताया है कि आवास मित्र रहते हुए उन्होंने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा है साथ-साथ उनके द्वारा पूर्व में प्रधानमंत्री आवास योजना में ठेकेदारी करते हुए भारी गड़बड़ी भी की गई थी जिस पर शिकायत हुआ फिर जांच उपरांत जनपद में बैठे अधिकारियों ने उन पर एफआईआर भी दर्ज कराई थी और उनको दो दिन जेल में भी काटना पड़ा था फिर जमानत में उनको छोड़ दिया गया था। हालांकि वो आज भी शासन प्रशासन कों जमकर उल्लू बना कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहें हैँ जाज्जुब की बात हैँ की सुशासन तिहार में कई बार शिकायत के बाद भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहें हैँ जिस सुशासन तिहार कों मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लोगों की हित में बता चुके हैँ जिस सुशासन तिहार में तपति धुप में छत्तीसगढ़ के सीएम घूम घूम जनता की समस्या सुन रहें थे और यथाशीघ्र समस्या दूर कर भी रहें थे और अधिकारीयों कों आम जनता की समस्या दूर करने आदेश भी दिए थे पर मस्तूरी और बिलासपुर में बैठे अधिकारी सीएम की आदेश कों मज़ाक बना के रखें हैँ यहाँ कोई सुनने वाला नहीं हैँ शिकायत कर्ता जब जनपद और जिला में बैठे आवास सम्बंधित अधिकारीयों के पास इसकी जानकारी लेने जाते हैँ तो उनको गोल मोल जवाब देकर वापस भेज दिया जाता हैँ आपकों बताते चलें की रोजगार सहायक की शिकायत के बाद रिस्दा में आवास का कार्य आई डी टी आर जोशी कों दिया गया हैँ जो अब गाँव वालो के लिए किसी मुसीबत से कम् साबित नहीं हो रही देखना होगा मस्तूरी और बिलासपुर के आवास शाखा में बैठे कुर्सी तोड़ अधिकारी कब इन पर जाँच कराते हैँ और कब गाँव वालों कों न्याय मिलता हैँ अजीब लगता है जब ऐसा मामला आता है पर मस्तूरी जनपद पंचायत में ऐसे मामले आपको रोजाना ही देखने को मिलेंगे आपको ताजुब नहीं होना चाहिए क्योंकि ये मस्तूरी है जनाब और यहां सब कुछ सेटिंग में चलता है इतना सब कुछ होने के बाद भी यह अधिकारी मौन धारण किए बैठे हुए हैँ शिकायत हुई वह भी सुशासन तिहार में शिकायतकर्ता बार-बार इन अधिकारियों के चक्कर काट रहा है लेकिन ना ही जांच हो रही है और ना ही आवास मित्र पर किसी तरह की कानूनी कार्रवाई हो रही है क्या ऐसे में छत्तीसगढ़ भ्रष्टाचार मुक्त हो पाएगा बड़ा सवाल है पर इसका जवाब भी बीजेपी की उस सुशासन की सरकार को ढूंढनी होगी जो प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे जनकल्याणकारी योजनाओं पर भ्रष्ट लोगों की नियुक्ति कर रहे हैं वह भी सब कुछ जानते हुए।