CG – हमारे जीवन में वृक्षों का बहुत महत्व है, उनकी रक्षा करना हम सबका दायित्व है : साईं मसन्द

हमारे जीवन में वृक्षों का बहुत महत्व है, उनकी रक्षा करना हम सबका दायित्व है : साईं मसन्द
मुम्बई / रायपुर। लोखंडवाला, मुम्बई निवासी प्रसिद्ध सिंधी फिल्म निर्माता आनन्द मनवाणी द्वारा रविवार 10 अगस्त को अपने बंगले पर सदाबहार गीतों की शाम के साथ 28वां वृक्षों के साथ रक्षाबंधन समारोह आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि सिंधी समाज के विख्यात संत, मसन्द सेवाश्रम रायपुर के पीठाधीश एवं शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती महाराज द्वारा गठित अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू संगठन परम धर्म संसद 1008 के संगठन मंत्री साईं जलकुमार मसन्द साहिब रहे। साईं मसन्द साहिब 10 जुलाई से 7 सितम्बर तक मुम्बई बोरीवली में आयोजित शंकराचार्य स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती महाराज के चातुर्मास महोत्सव में भाग लेने मुम्बई पधारे हैं।
समारोह को संबोधित करते हुए साईं मसन्द साहिब ने कहा कि वृक्षों का महत्व हमारे जीवन में बहुत अधिक है। वे ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं, जो हमारे जीवन के लिए आवश्यक है। वायु में मौजूद प्रदूषकों को अवशोषित करते हैं और शुद्ध हवा प्रदान करते हैं। जल चक्र को बनाए रखने में मदद करते हैं और वर्षा को बढ़ावा देते हैं। भूमि के क्षरण को रोकते हैं और मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करते हैं। जैव विविधता को बढ़ावा देते हैं और कई प्रजातियों के लिए आवास प्रदान करते हैं। जलवायु परिवर्तन को कम करने में मदद करते हैं और ग्रीनहाउस गैसों को अवशोषित करते हैं। लकड़ी, फल, और अन्य उत्पाद प्रदान करते हैं जो हमारी आर्थिक स्थिति में सुधार करते हैं।
उन्होंने बताया कि वृक्षों के महत्व को देखते हुए हर साल 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस तथा जुलाई के पहले सप्ताह में वन महोत्सव मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू संगठन परम धर्म संसद 1008 के 108 सेवालयों में एक वृक्ष सेवालय बनाया गया है। उन्होंने कहा कि वृक्षों का संरक्षण करना हम सबका दायित्व है। इस अवसर पर विशेष अतिथि रहीं साईं मसन्द साहिब के साथ पधारीं शंकराचार्य महाराज जी की शिष्या अहमदाबाद निवासी श्रीमती दीपा पंचोली। अनेक महिला, पुरुष व बाल गायकों ने मधुर गीत गाकर कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आनन्द मनवाणी जी पिछले 27 वर्षों से रक्षाबंधन पर यह कार्यक्रम करते आ रहे हैं।