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*स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित*

*छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव*

  1. *स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित*

*जिले के 110 मितानिन प्रशिक्षक हुए सम्मिलित*

बेमेतरा जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा यूनिसेफ़ के सहयोग से स्वास्थ्यकर्मियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन दो बैच में किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य सभी स्वास्थ्यकर्मियों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व से परिचित कराना था, ताकि वे अपने-अपने स्तर पर बेहतर सेवाएँ प्रदान कर सकें।
इस कार्यशाला के दौरान यह संदेश भी दिया गया कि मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति के जीवन का अभिन्न हिस्सा है और इसे शारीरिक स्वास्थ्य के समान महत्व दिया जाना चाहिए। मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को एक-दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता। कार्यशाला में निम्नलिखित विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई:
1. मानसिक स्वास्थ्य की बुनियादी समझ और इसके महत्व पर विचार-विमर्श।
2. मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान के संकेत तथा मानसिक स्थिति और मानसिक रोगों को समझना।
3. विभिन्न स्तरों पर उपलब्ध रेफरल सेवाओं की जानकारी तथा टेली-मानस (Tele-MANAS) के प्रति जागरूकता।
4. आत्महत्या रोकथाम में स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका।
5. किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य और उनके कल्याण से संबंधित पहलू।

इस कार्यशाला का संचालन बेमेतरा जिला स्वास्थ्य विभाग से सीएमएचओ डॉ अमृत लाल रोहलेडर के मार्गदर्शन में, नोडल डॉ भेखराम, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री लता बंजारे तथा यूनिसेफ़ डॉ गजेंद्र सिंह के नेतृत्व में राज्य परामर्शदाता सुश्री निधि दुबे द्वारा किया गया। जिसमे जिले के समस्त कुल 110 मितानिन प्रशिक्षक सम्मिलित हुए | जिला बेमेतरा स्वास्थ्य विभाग एवं यूनिसेफ़ ने आशा व्यक्त की कि इस प्रकार के उन्मुखीकरण से स्वास्थ्यकर्मी मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को और बेहतर तरीके से समझ सकेंगे तथा समुदाय स्तर पर ज़रूरतमंद लोगों तक उपयुक्त सेवाएँ पहुँचा सकेंगे।

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