बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक दुल्हे को जयमाला के बाद भी बिना दुल्हन लिए लौटना पड़ा। दरअसल दुल्हन को बीच शादी में ही दुल्हे के सरकारी नौकरी में नही होने की बात पता चल गयी। स्टेज पर जयमाला हो चुका था। तभी दुल्हन ने प्राइवेट जाॅब करने वाले लड़के से शादी करने से इंकार कर दिया। लड़के ने बकायदा अपनी लाखों रूपये की सैलरी स्लीप भी सबूत के तौर पर दिखाया। लेकिन लड़की नही मानी, और बीच शादी में ही बाराती और दुल्हे को वापस लौटना पड़ा।
ये पूरा मामला बलरामपुर जिला के रामानुजगंज का है। बताया जा रहा है कि रामानुजगंज डीईओं कार्यालय में कार्यरत राकेश कुमार पाल के पुत्र अभिजीत सिंह पाल की शादी उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के ग्राम देवरान गढ़िया में तय हुई। अभिजीत के पिता राकेश कुमार पाल ने बताया कि करीब एक वर्ष से रिश्ते की बात चल रही थी। जिसके बाद शादी तय हुई। करीब 90 बाराती के साथ दुल्हे का परिवार उत्तर प्रदेश शादी के लिए पहुंचा था।
जहां जयमाला तक सब ठीक-ठाक रहा। परिवार के लोग जयमाला के बाद इंतजार में बैठे रहे कि अब शादी की आगे की रस्में होंगी। लेकिन इसी बीच लड़की ने शादी करने से इनकार कर दिया। लड़की के घरवालों ने बताया कि लड़की बोल रही है कि लड़का सरकारी नौकरी में नहीं है। जिसे लेकर उसने शादी से इंकार कर दिया। दुल्हन के इस फैसले के बाद काफी देर तक मान-मनौव्वल चलता रहा। लेकिन दुल्हन अपनी जिद पर अड़ी रही। दुल्हन बार-बार कहती रही कि उससे झूठ क्यों बोला गया।
बताया जा रहा है कि शादी को टूटता देख दूल्हे ने बताने की कोशिश की कि वह सिविल इंजीनियर है। उसकी सैलेरी एक लाख 28 हजार रुपये है। इसके लिए उसने दुल्हन को अपनी सैलेरी स्लिप भी दिखाई। लेकिन दुल्हन पर इसका कोई असर नहीं हुआ।