नयाभारत डेस्क। क्राइम ब्रांच ने अंतरराज्यीय आरोपी मुकीम अय्यूब खान को गिरफ्तार किया है। मैट्रिमोनियल वेबसाइटों के माध्यम से शादी के बहाने 50 से अधिक महिलाओं को ठगा है। विभिन्न राज्यों की पुलिस द्वारा उसकी तलाश की जा रही थी। आरोपी मुकीम खान 36 साल का है और प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसकी शादी 2014 में हुई थी और उसके तीन बच्चे हैं। नई दिल्ली क्राइम ब्रांच को आरोपी मुकीम अय्यूब खान से खुलासा किया कि उसने जीवनसाथी डॉट कॉम और शादी डॉट कॉम जैसी विभिन्न वैवाहिक वेबसाइटों पर आकर्षक विवरण के साथ कई फर्जी आईडी बनाकर शादी के बहाने कई हाई-प्रोफाइल महिलाओं सहित कई महिलाओं को ठगा।
मुकीम अय्यूब खान ने खुलासा किया कि वह खुद को वरिष्ठ सरकारी अधिकारी बताकर हाई-प्रोफाइल मुस्लिम अविवाहित, विधवा और तलाकशुदा महिलाओं को शादी के लिए निशाना बनाता था। लक्ष्य तय करने के बाद वह ऐसी महिलाओं के साथ अपना मोबाइल नंबर साझा करता था और उन्हें आकर्षक बातों में उलझाता था। ऐसी बातचीत के दौरान वह अपनी मनगढ़ंत कहानी सुनाता था कि वह एक सरकारी कर्मचारी है और अपनी पत्नी की मृत्यु के कारण पारिवारिक समस्याओं से ग्रस्त है और अपनी इकलौती बेटी की देखभाल करने में असमर्थ है। वह ऐसी महिलाओं के साथ अपनी पत्नी और बेटी की तस्वीर भी साझा करता था। इन महिलाओं का विश्वास जीतने के लिए वह उनके परिवारों से मिलकर शादी की बात करता था, शादी की तारीख तय करता था। एक बार जब ये भोली-भाली महिलाएं उस पर भरोसा कर लेती थीं, तो वह शादी के लिए रिसॉर्ट, मैरिज हॉल या होटल की बुकिंग के नाम पर उनसे पैसे ऐंठकर ठगी करता था।
आरोपी ने बताया कि इस तरह से उसने देश भर में कई महिलाओं को धोखा दिया और उनमें से अधिकांश महिलाएं तलाकशुदा, विधवा महिलाएं थीं क्योंकि उसके लिए झूठी सहानुभूति और मीठी बातों के जरिए उनका विश्वास हासिल करना आसान था।
2020 में सबसे पहले आरोपी ने shadi.com पर अपनी आईडी बनाई और एक कामकाजी महिला की दिलचस्पी के आधार पर वह उससे मिलने वडोदरा गुजरात गया और बातचीत के बाद उससे शादी करने के लिए राजी हो गया जो तलाकशुदा थी और उसकी 5 साल की बेटी थी। वडोदरा छोड़ने से पहले मुकीम ने उससे 30000 रुपये यह कहकर लिए कि उसकी नौकरानी चली गई है। हालांकि, उसने उससे शादी कर ली और उसके साथ रहने लगा, लेकिन उसके दिमाग में इस तरह से महिलाओं को ठग कर आसानी से पैसा कमाने का आपराधिक विचार आया।
2023 में आरोपी ने इसी तरह से प्रीत विहार, दिल्ली की एक और महिला से शादी कर ली जो विधवा थी और उसकी पांच साल की बेटी थी। इस तरह, वह भारत के विभिन्न हिस्सों में अपना आधार बनाता था और वास्तव में वह वैवाहिक साइटों से महिलाओं को लक्षित करके भारत के विभिन्न क्षेत्रों में शिकार करता था। वह लक्षित महिलाओं से शादी के नाम पर नकदी, मोबाइल फोन और गहने जैसे महंगे सामान भी ले लेता था। अगर उसे ऐसी महिलाओं के पास कुछ महंगा सामान नहीं मिलता था, तो वह नकदी की कमी या एटीएम काम न करने की कहानी बनाकर इन महिलाओं को अपने नाम पर महंगे फोन और वाहन खरीदने के लिए लुभाता था और अगर उनके पास नकदी नहीं होती थी, तो वह उनके नाम पर फाइनेंस करवा लेता था और फिर उन सामानों को ले लेता था।
आरोपी उन सामानों को बेचकर नकदी इकट्ठा करता था। यहां तक कि कई बार इन पीड़ितों द्वारा अपने परिवार से शादी के लिए मिलने के उद्देश्य से रेलवे टिकट, हवाई टिकट भी बुक करवाए जाते थे। उसके शिकार हाई प्रोफाइल मुस्लिम महिलाएं हैं और इनमें एक न्यायिक अधिकारी भी शामिल है। एक घटना में उसने अपनी तरफ से कुछ पैसे देकर एक महिला के नाम पर उपहार के तौर पर स्कूटी बुक करवाई और पैसे की कमी के नाम पर महिला ने ही शेष राशि का भुगतान कर लिया। स्कूटी की डिलीवरी लेने के बाद वह उसे लेकर चला गया और गायब हो गया।