बिलासपुर//मिली जानकारी के अनुसार ज्ञानिक पटेल पिता जोहन पटेल निवासी ग्राम मचहा नें बिलासपुर जा कर पुलिस कप्तान रजनेश सिंह से लिखित शिकायत किया हैं जिसमे उन्होंने बताया हैं कि विगत् दिनांक 02 /11/ 2024 को आरोपीगण दिनेश पटेल संतोष पटेल दोकेश पटेल पंकज पटेल दीपक पटेल सभी निवासी ग्राम मचहा के द्वारा मुझे एवं मेरे परिवारजनो के साथ मारपीट कर गंभीर शारीरिक चोंटे पहुंचार्यी गयी है जिसकी शिकायत मेरे द्वारा थाना पचपेड़ी में दिनाक 02/11 /2024 को की गई थी जिसका प्रथम सूचना पत्र क्रमाक 0391/2024 हैं।
पर मेरे द्वारा रिपोर्ट लिखाने के बाद उक्त सभी आरोपीगण के द्वारा लगातार रोज आते - जाते समय मुझे एवं मेरे परिवार के सदस्यो एवं मेरे सहयोगी मित्रों के साथ गाली-ग किया जाता है तथा वे लोग हमें धमकी देतें है कि तुम लोगों को पुलिस कब तक बचायेगी हम तुम्हें जान से खत्म कर देंगे।
यह कि हमारे गांव में इस सम्बन्ध में बड़े-बुजुर्गो के समक्ष बैठक भी हुई
उक्त बैठक में भी उक्त सभी आरोपीगण के द्वारा हमें यह कहते हुए धमकाया गया कि मामला वापस ले लो नहीं तो तुम लोगो को फिर मारेंगें
जिससे मै और मेरा परिवार अत्यंत भयभीत है। वे लोग हमारा गांव में रहना मुश्किल कर दिये है जब भी हम लोग घर से निकलते है वे लोग हमें धमकाते है गाली देते है तथा जान से मार दे्गे बोलते है इतना ही नहीं दिनांक 02 /11 /2024 को भी मेरे रिपोर्ट करने के बाद भी वे लोग हमारे घर के सामने आकर गंदी-गंदी गालियां बके तथा जान से मारने की धमकी दिये जिससे हम लोग डर के मारे घर से बाहर नहीं निकले यदि हम घर से निकलते तो निश्चित ही वे लोग हमारे साथ पुनः मारपीट करते। दिनांक 02/11 /2024 की घटना में हमारे परिवार के बड़े बुजुर्ग एवं छोटे बच्चो के साथ भी बर्बता से मारपीट की गई और भविष्य में भी आरोपीगण के द्वारा हमारे जान लेने की कोशिश की जा सकती है तथा घटना की पुर्नरावृत्ती की जा सकती है। इस संबंध में हमारे द्वारा लगातार थाना पचपेड़ी में सूचना दिए की हमारे जान कों खतरा हैं और हमारी रक्षा करने का निवेदन किए है परन्तु थाना पचपेड़ी द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है जिससे आरोपियो के हौसले बुलंद है। तथा वे कभी भी हमारे परिवार के साथ गंभीर घटना कारित कर सकते है वे लोग गांव के साधन सम्पन्न व पहुंच वाले लोग है तथा आपराधिक प्रवृत्ति के लोग है।
पचपेड़ी पुलिस की कार्यशैली पर खड़े हो रहें लगातार सवाल ?
आपको बताते चले कि पचपेड़ी थाना क्षेत्र में पुलिस का खौफ पूरी तरह से खत्म हो चुका है क्षेत्र में आए दिन मर्डर चोरी गुंडागर्दी आम बात हो गई है और अधिकांश मामला बिलासपुर एसपी ऑफिस ही पहुंच जा रहा है लोगों का पचपेड़ी पुलिस से विश्वास उठते जा रहा है इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि पचपेड़ी पुलिस मर्डर जैसे बड़े क्राइम को भी गंभीरता से नहीं ले रही है कुछ दिनों पहले ही पताई में एक श्रमिक मजदूर की मौत हो गई थी कुछ गाँव के गुंडड़ो नें पीट-पीट कर उसकी जान ले ली थी उनके भी परिजनों ने पचपेड़ी थाना के प्रभारी और उनके सहयोगी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस के आला अधिकारियों से शिकायत किया है पीड़ित पक्ष का कहना है कि अगर पुलिस ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करती तो लोगों को बिलासपुर जाकर अपनी समस्या बताने की जरूरत ही नहीं पड़ती किसी के पास गांव में इतना समय नहीं है कि वह अपनी समस्या को लेकर रोज बिलासपुर पुलिस मुख्यालय जाए वह भी खेती खार के दिनों में।