7 जून से शुरू 24 घंटे की साधना शिविर में जो बैठ जाएगा, उसके रक्षक गुरु महाराज हो जाएंगे – बाबा उमाकान्त महाराज

7 जून से शुरू 24 घंटे की साधना शिविर में जो बैठ जाएगा, उसके रक्षक गुरु महाराज हो जाएंगे – बाबा उमाकान्त महाराज
साधकों की दृष्टि जहाँ तक जाएगी और उनकी इच्छा हो जाएगी कि बचत हो जाए, तो बचत हो जाएगी।
अहमदाबाद, गुजरात। बाबा उमाकान्त महाराज ने 3 जून, 2025 के सतसंग में कहा कि जो 7 जून को ग्यारह बजकर ग्यारह मिनट से शुरू होने वाली 24 घंटे की साधना शिविर में जो बैठ जाएगा, उसके रक्षक गुरु महाराज हो जाएंगे। आगे का समय विनाशकारी है। विनाशकारी किसे कहते हैं? जैसे घर उजड़ गया, आग लग गई और सब जल गया, महामारी आ गई, कोरोना फैल गया, पूरा परिवार कोरोना में खत्म हो गया; इसको कहते हैं विनाशकारी। इसके अलावा जैसे तूफान उठा और घर, बगीचा खत्म हो गया, पेड़ गिर गए, जानवर उड़कर उस तूफान में पता नहीं कहां चले गए, छोटे बच्चे उड़ कर के चले गए। अभी आपने क्या देखा है? ऐसे-ऐसे बवंडर (चक्रवात) उठेंगे जो हाथी-घोड़ा जैसे जानवरों को भी उड़ा कर ले जाएंगे। अब इन सब को देखेगा कौन? जो साधक होगा वह देखेगा। वे बवंडर साधकों के नजदीक आने से डरेंगे, चक्रवात किनारे से निकल जाएगा।
सब देवता नाराजगी में आँख निकाले खड़े हैं लेकिन इनको गुरु महाराज रोक रहे हैं
अभी होना तो बहुत कुछ है। मार-काट भी बहुत होगी, खून-खराबा भी बहुत होगा। अस्पताल की चद्दरें तो खून से लथपथ रहेंगी ही, धरती भी ऐसे खून से रंग जाएगी। अब यह तूफान और तकलीफें क्यों आएंगी? क्योंकि इस धरती को लोग गंदा कर दे रहे हैं। पूजा-पाठ करने के स्थान पर बकरा, मुर्गा और आदमी काट रहे हैं और वहाँ खून बह रहा है। अब श्मशान घाट पर कोई पूजा-पाठ करता है! नहीं।कहते हो यहां तो भूत दिखाई पड़ते हैं। तो धरती भी नाखुश हो रही है। जो हड्डियाँ, माँस यह सब जो सड़ रहे हैं और जो बदबू फैल रही है, उससे पवन देवता भी नाराज हो रहे हैं, आकाश देवता भी नाराज हो रहे हैं।
सब नाराजगी में आँख निकाले हुए खड़े हुए हैं लेकिन इनको हमारे गुरु महाराज रोक रहे हैं कि थोड़ा सा मौका दे दो, हम प्रेमियों को समझा देंगे और प्रेमी अगर कर ले जाएंगे तो उनकी, उनके परिवार की बचत तो होगी ही होगी, और लोगों की भी वह बचत कर देंगे। वह जहां रहेंगे वहां लोगों की बचत हो जाएगी। उनकी दृष्टि जहाँ तक जाएगी और उनकी इच्छा हो जाएगी कि बचत हो जाए तो बचत हो जाएगी। लेकिन कब होगी? जब साधक बनेंगे तब होगी।