अन्य ख़बरें

पीछे के साधना शिविर से जो लोग वंचित रह गए हैं, वे लोग भी 7 जून को साधना शिविर में जुड़ जाएंगे – बाबा उमाकान्त महाराज

पीछे के साधना शिविर से जो लोग वंचित रह गए हैं, वे लोग भी 7 जून को साधना शिविर में जुड़ जाएंगे – बाबा उमाकान्त महाराज

आप किसी भी देवी-देवता, जिनको आपके गुरु ने बताया है, उन्हीं को याद करना, आपको दिशा मिल जाएगी

अहमदाबाद, गुजरात। बाबा उमाकान्त महाराज ने 03 जून, 2025 के सतसंग में कहा कि बराबर यह साधना शिविर का अभियान चलेगा। यह बंद होने वाला नहीं है। साधना शिविर अभी लगेंगे, साधना शिविर से जो लोग वंचित रह गए हैं, वह लोग भी 7 जून के साधना शिविर में जुड़ जाएंगे। आप जितने भी साधक हो, आप कोशिश करो कि कहीं भी आसपास में साधना शिविर लगे तो वहां जो भी नामदानी हों; चाहे गुरु महाराज के नामदानी हों; चाहे और किसी सन्त के, या सन्तमत के नामदानी हों, सब को आप साधना शिविर में साधना करने के लिए कहो।

चौबीस घंटे की साधना शिविर में यदि दिशा नहीं मिले तो कम से कम पाँच दिन बैठो

आप किसी भी देवी-देवता, जिनको आपके गुरु ने बताया है, उन्हीं को याद करना और गुरु महाराज से नामदान लिया है या उनके बाद जिनको नामदान दिया गया है, वे सब लोग साधना शिविर में आओ और अनुभव करो, अंदाजा लगाओ। अगर आपका मन बदलता है तब तो आप इस साधना में लग जाओ और अगर मन नहीं बदलता है तो फिर कम से कम पांच दिन तो बैठो। पहले तो चौबीस घंटे बैठो, इसमें ज्यादा से ज्यादा समय दो और अगर उसके बाद भी अंतर में कुछ अनुभूति, अनुभव नहीं होता है, भाव नहीं बनता है, दिशा नहीं मिलती है तो फिर पाँच दिन बैठो, उसमें आपको दिशा मिल जाएगी। तो बराबर खुद भी बैठना है और लोगों को भी बैठाना है।

शिविर में उनको ज्यादा फायदा होगा जो शाकाहारी हैं

कुछ लोग किसी महात्मा के नामदानी बता देते हैं जो काफी समय पहले इस धरती पर आए थे, अब चले गए और जो नाम बता कर गए थे उस नाम का जाप करते हैं। उस नाम को जो उनकी गद्दी पर आए उन्होंने भी बता दिया। तो नाम तो जपते हैं लेकिन कहते हैं हम शाकाहारी तो हैं लेकिन अंडा खा लेते हैं। किसी भी पशु-पक्षी का जो मांस है वह मांसाहारी है, अंडा भी मांसाहारी है। सतसंग सुनते हुए भी, समझते हुए भी डॉक्टर के कहने पर रोग को ठीक करने के लिए लोग अंडा, मांस खा लेते हैं। अब आप यह सोचो कि कैसे ठीक होंगे? उससे और कर्म लगेंगे, बीमारी और बढ़ेगी।

Related Articles

Back to top button