संजू सैमसन अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखना चाहेंगे लेकिन भारत को अगर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को होने वाले दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में जीत दर्ज करके अपना विजय अभियान जारी रखना है तो उसके शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी।
सैमसन ने डरबन में खेले गए पहले मैच में 50 गेंद पर 107 रन की शानदार पारी खेली थी जिससे भारत ने यह मैच 61 रन से जीता। भारत के अन्य बल्लेबाज हालांकि पर्याप्त योगदान नहीं दे पाए थे जो टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय होगा।
अभिषेक शर्मा के फॉर्म पर है सबकी नजर
सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा कई मौके मिलने के बावजूद उनका फायदा नहीं उठा पाए जो टीम प्रबंधन के लिए बड़ी चिंता है। वह इस साल के शुरू में जिंबाब्वे के खिलाफ शतक बनाने के बाद रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। भारत की अंतिम एकादश में बदलाव की संभावना नहीं है लेकिन टीम प्रबंधन अभिषेक के प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव को देखकर निराश होगा। विशेषकर तब जबकि वह रोहित शर्मा के टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इस छोटे प्रारूप में सलामी बल्लेबाज के अन्य विकल्पों की तलाश कर रहा है।
तिलक वर्मा को खेलनी होगी बड़ी पारी
तिलक वर्मा ने 18 गेंद पर 33 रन की तूफानी पारी खेली लेकिन उन्हें इस तरह की शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने की जरूरत है। भारतीय मध्य क्रम में एक स्थान के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा है और अगर वर्मा को अपनी जगह पक्की करनी है तो उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव भी पहले मैच में अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा,पाए जबकि ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या भी उम्मीद पर खरे नहीं उतरे।
मध्यक्रम को करनी होगी वापसी
भारतीय मध्यक्रम कागजों पर मजबूत नजर आता है लेकिन पहले मैच में वे साझेदारी निभाने के लिए संघर्ष करते हुए नजर आए। भारत ने 36 रन के अंदर छह विकेट गवाएं जिससे एक समय बेहद मजबूत स्थिति में होने के बावजूद वह आठ विकेट पर 202 रन तक ही पहुंच पाया। इससे भारत के मध्य और निचले क्रम की कमजोरी भी उजागर हुई। भारत को दूसरे मैच में इस क्षेत्र में सुधार करना होगा। भारत के गेंदबाजों ने हालांकि अच्छा प्रदर्शन किया तथा दक्षिण अफ्रीका को पहले मैच में 17.5 ओवर में 141 रन पर आउट कर दिया।
स्पिनर्स ने किया है प्रभावशाली प्रदर्शन
वरुण चक्रवर्ती ने तीन विकेट लेकर अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखा जबकि उनके स्पिन जोड़ीदार रवि बिश्नोई ने भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया। तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और आवेश खान ने भी अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई। जहां तक दक्षिण अफ्रीका का सवाल है तो वह इस साल जून में भारत के हाथों टी20 विश्व कप के फाइनल में मिली हार का बदला चुकता करने में असफल रहा हैं।