भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट मैच में 295 रनों से मात देकर इतिहास रच दिया। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था।
हालांकि, यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। बुमराह की कप्तानी में भारतीय टीम ने उम्दा प्रदर्शन किया। भारतीय टीम पहली विजटिंग टीम भी बनी जिसने ऑस्ट्रेलिया को पर्थ में धूल चटाई है।
चौथे दिन के पहले सत्र में भारतीय स्टैंड-इन कप्तान जसप्रीत बुमराह ने भारत को पहली सफलता दिलाई। ऑस्ट्रेलिया के खतरनाक बल्लेबाज ट्रेविस हेड को 89 के स्कोर पर आउट कर बड़ा झटका दिया। इसके बाद नीतीश रेड्डी ने 47 के स्कोर पर मिचेल मार्श को आउट कर ऑस्ट्रेलिया की रही सही उम्मीद खत्म कर दी। इसके बाद वाशिंगटन सुंदर ने एक ही ओवर में दो विकेट लेकर काम तमाम कर दिया। इसके बाद हर्षित राणा ने एलेक्स कैरी को आउट कर आखिरी कील ठोक दी।
बल्ले और गेंद से चमके खिलाड़ी
भारतीय टीम ने तीसरे दिन शानदार बल्लेबाजी की। दूसरे दिन नाबाद लौटे यशस्वी जायसवाल ने शतक जमाया। वह 161 रन बनाकर आउट हुए। केएल राहुल ने भी 77 रन की पारी खेली। इसके बाद विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया में अपना छठा शतक पूरा किया। कोहली ने 143 गेंद पर नाबाद 100 रन की पारी खेली। भारत ने कुल 533 की बढ़त हासिल करते ही दूसरी पारी 487/6 रन पर घोषित कर दी और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 534 रन का टारेगट दिया। तीसरे दिन का खेल खत्म होने से पहले भारत ने ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट चटका दिए थे। बुमराह ने दो तो सिराज ने एक विकेट निकाल कर जीत की नींव रख दी थी। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 238 रन बनाकर सिमट गई।
पर्थ जीतने वाली पहली टीम बनी भारतीय टीम
पर्थ में भारत की यह जीत 2008 के बाद आई है। 16 जनवरी 2008 को अनिल कुंबले की कप्तानी में भारतीय टीम ने पर्थ के वाका स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 72 रन से मात दी थी। इरफान पठान को ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब मिला था। अब 16 साल बाद भारत ने पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया को मात दी है। इसके अलावा भारत पहली विजटिंग टीम बनी है जिसने पर्थ में ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाई है।